उप-राज्यपाल सक्सेना ने 629 नव नियुक्त कर्मियों को सौंपे नियुक्ति पत्र, 27 डॉक्टर भी शामिल
नई दिल्ली। दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में 629 नये सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे, इनमें 27 डॉक्टर भी शामिल हैं। उप-राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि आगामी सात महीनों में 20 हजार और लोगों को नौकरी मिल सकेगी। उन्होंने एलान किया कि आने वाले समय में दिल्ली में बंपर भर्तियां होने वाली हैं।
सक्सेना ने कहा, “पिछले दो सालों में हमने 17,000 से ज्यादा लोगों को नियुक्ति पत्र दिये हैं। आज 629 लोगों को नियुक्ति पत्र दिये गये हैं, जो अलग-अलग विभागों से हैं। इनमें 27 डॉक्टर भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिले और ये प्रक्रिया जारी रहेगी। हमारा लक्ष्य मार्च 2025 तक कम से कम 20,000 और लोगों को नियुक्त करना है। अलग-अलग विभागों में 25,000 से ज्यादा पद खाली हैं। जैसा कि मैंने कहा, इसकी प्रक्रिया बहुत तेजी से चल रही है। ”
Having expedited the recruitment process, DSSSB is expected to fill another 20,000 government vacancies by March next year, significantly reducing the huge vacancies in Delhi Govt departments. pic.twitter.com/iEZWIKVrV2
— LG Delhi (@LtGovDelhi) August 30, 2024
उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों को पांचवी बार यह नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। इन कर्मचारियों को शिक्षा निदेशालय, सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली नगर निगम, नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद, अग्निशमन विभाग, दिल्ली चिकित्सा विभाग जैसे विभागों और निकायों में नियुक्त किया गया है। उप-राज्यपाल ने नये कर्मचारियों को संबोधित करते हुये कहा कि वह 629 नवनियुक्त कर्मचारियों का स्वागत करते हैं और उनके परिवार के सदस्यों को शुभकामनायें देते हैं, जिनके सहयोग और परिश्रम के कारण नियुक्ति पत्र पाने वालों के चेहरे में खुशी की झलक दिख रही है।
उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों से कहा कि आज का दिन उनकी चुनौतियों पर जीत हासिल करने का जश्न का दिन है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में पांचवी बार इस कार्यक्रम का आयोजित किया गया है। इसके लिये दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, डीएसएसएसबी, डीडीए, यूपीएससी और सर्विस विभाग को दिल से बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 के विकसित भारत बनाने का जो सपना देखा, यह उसी का एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, “ मुझे यह कहते हुये खुशी हो रही है, प्रधानमंत्री ने जो दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन हमें दिये उससे दिल्ली सरकार और उसके विभिन्न संगठनों में नयी नियुक्तियों का सिलसिला जारी रहेगा और रोजगार दिया जा रहा है, वह दिल्ली की समृद्धि में आगे बढ़कर हमारे साथ काम किये जा रहे हैं। राजधानी के विभिन्न कल्याणकारी को समय-समय पर पूरा किया जा रहा है और हमारी ये कोशिश है कि दिल्ली के जितने भी विभाग है, उनमें जितने भी पद खाली हैं, उन्हें जल्द से जल्द भरा जा सके। ”
सक्सेना ने कहा कि सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से न केवल युवाओं को रोजगार मिल सकेंगे बल्कि हमारी सेवायें भी पहले से बेहतर हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि डीएसएसएसबी ने पिछले दो वर्षों में 17 हजार से ज्यादा नियुक्तियां प्रदान की हैं, जो पिछले 10 वर्षों में भी नहीं हुआ था। उन्होंने कहा डीएसएसएसबी के मुख्य सचिव के नेतृत्व में जिस तरह से तेजी से काम कर रहा है और जिस तरह से खाली पदों को भरने का काम कर रहा है, वह सराहना के योग्य है।
सक्सेना ने कहा, “ जैसा कि आपको बताया गया है कि 20 हजार से ज्यादा डोजियर्स जारी हो चुके हैं इससे भरने के लिए चार से पांच महीने लग जायेंगे। इसके अलावा करीब 10000 भर्तियों के लिये विज्ञापन दिये जा चुके हैं, जिसका कार्य भी करीब तीन महीने के अंदर पूरा कर लिया जायेगा। उप-राज्यपाल ने कहा कि आज जिन 629 कर्मियों को यहां नियुक्ति पत्र दिये गये हैं, उनमें डीएसएसएसबी द्वारा नियुक्त 558 कर्मी हैं। डीडीए द्वारा नियुक्त करीब 40 कर्मी हैं और यूपीएससी द्वारा नियुक्त करीब 27 डॉक्टर भी शामिल हैं। उन्होंने कहा सरकारी नौकरी एक सरकारी नौकरी नहीं, बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, यह जिम्मेदारी जनता के हितों के लिये काम करने की है।
उन्होंने कहा, “ आपको अपनी सत्यनिष्ठा से विभाग के लिये कार्य करने, बल्कि समाज में अपनी पहचान बनाना है। सरकारी नौकरी प्राप्त कर लेना आपकी लर्निंग प्रक्रिया का अंत नहीं है, बल्कि एक नयी शुरुआत है। ” सक्सेना ने कहा कि कोई पद छोटा नहीं होता, यह हमारी आपकी सोच होती है, हर पद की अपनी गरिमा होती है, हर पद की अपनी महत्ता होती है। किसी भी छोटे से छोटे पद पर रहने वाला इंसान एक बहुत बड़ा कार्य कर सकता है। समाज के लिये एक बहुत बड़ा स्रोत बन सकता है। इसलिये आपको इसी भावना से काम करना चाहिये।
उप-राज्यपाल ने स्वामी विवेकानंद के शब्दों को दोहराते हुये कहा, “ यह बात आपको अच्छी लगेगी कि नदी में मरी हुई मछली नदी की धारा के साथ बहती चली जाती है और जिंदा मछली हमेशा नदी की धारा के विपरीत दिशा में तैरती है। अगर आप जीवित हैं, गलत का पुरजोर विरोध करें। आप जिस पद पर हैं, उसकी गरिमा को बनाये रखें। आप अपना शत-प्रतिशत देने का हमेशा प्रयास करें। ” इस अवसर पर दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, प्रमुख सचिव ए के सिंह और डीएसएसएसबी के अध्यक्ष शूरवीर सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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