6 साल से अनुपस्थित रहने पर सहायक अध्यापिका बर्खास्त, नोटिस का भी नहीं दे रही थी जवाब

काकोरी के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में तैनात थी शिक्षिका 

6 साल से अनुपस्थित रहने पर सहायक अध्यापिका बर्खास्त, नोटिस का भी नहीं दे रही थी जवाब

लखनऊ, अमृत विचार। काकोरी ब्लॉक के सरकारी प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका को 6 साल तक अनुपस्थित रहने और नोटिस का संतोषजनक जवाब न देने पर बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। काकोरी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गुरदीनखेड़ा में तैनात शिक्षिका रेनू सिंह चौधरी पिछले 6 साल से लगातार अनुपस्थित थी। 

इस पर शिकायत मिलने के बाद बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी से जांच कराई तो पता चला कि शिक्षिका बिना किसी सूचना के 1 जुलाई 2018 से लगातार विद्यालय नहीं आ रही है। इस संबंध में कोई सूचना विभाग में नहीं दी गई थी। इसके बाद शिक्षिका को सेवा समाप्ति की चेतावनी दी गई। कई बार बीएसए की ओर से भी नोटिस दिया गया। शिक्षिका ने एक बार जवाब में अनुपस्थिति का कारण बीमारी बताया तो बीएसए ने साक्ष्य के तौर पर मेडिकल पेपर मांगे। 

कई मौके दिए जाने के बाद भी जब शिक्षिका ने मेडिकल पेपर नहीं दिए तो उसे बर्खास्त कर दिया गया। बीएसए ने इस मामले में आरोपी अध्यापिका का पक्ष लेते हुए एक कथित मीडिया कर्मी पर धमकाने का भी आरोप लगाया है। हालांकि, बीएसए की ओर से इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

जांच में पाया गया कि शिक्षिका 6 साल से अनुपस्थित थी। कई बार नोटिस जारी किया गया, जवाब में सिर्फ बीमारी का कारण बताया गया लेकिन एक भी मेडिकल पेपर साक्ष्य के तौर पर नहीं दिया गया। जिसके बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है...,राम प्रवेश, बीएसए, लखनऊ।

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