RFF जवानों की चलती ट्रेन से फेंककर की थी हत्या, 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने हाल में गाजीपुर जिले में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के दो जवानों को चलती ट्रेन से फेंककर उनकी हत्या करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि 19 और 20 अगस्त की दरम्यानी रात में बदमाशों ने गाजीपुर में आरपीएफ के आरक्षियों-- जावेद खान और प्रमोद कुमार से बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में मारपीट करके उन्हें चलती रेलगाड़ी से नीचे फेंक दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गयी थी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में एसटीएफ ने सोमवार को चार आरोपियों-- बिहार निवासी पंकज कुमार, प्रेमचंद वर्मा, विनय कुमार और विलेन्द्र पासी को वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के अनुसार उनके कब्जे से एक सरकारी पिस्तौल, सात कारतूस, मृत जवान जावेद का बटुआ और एक कार बरामद की गयी है।
सूत्रों ने बताया कि इस घटना में बिहार के शराब तस्करी गिरोह के लोगों के शामिल होने की सूचना मिली थी जिस पर पंकज कुमार, प्रेमचंद वर्मा, विनय कुमार और विलेन्द्र पासी को पूछताछ के लिये एसटीएफ के वाराणसी स्थित कार्यालय पर लाया गया था एवं वहीं पर उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया।
सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वे एक गिरोह के रूप में कार्य करते हैं और पिछली 19 अगस्त को वे तस्करी के वास्त शराब लेने के लिए चंदौली के मुगल सराय स्थित अलीनगर गये थे। आरोपियों के मुताबिक अलीनगर में सुरेन्द्र नामक व्यक्ति से शराब लेने के बाद वे रेलवे स्टेशन आकर बाड़मेर—गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन के सामान्य डिब्बे में बैठ गये। कुचमन स्टेशन से पहले ‘चेन पुलिंग’ होने पर आरपीएफ सिपाही जावेद और प्रमोद मौके पर आ गये।
चेन पुलिंग का एवं शराब तस्करी का विरोध करने पर उन लोगों ने दोनों सिपाहियों से मारपीट की और चलती ट्रेन से धक्का देकर बाहर फेंक दिया था जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। प्रेमचंद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह पूर्व में हत्या के अभियोग और शराब तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। उसके तथा सह-आरोपी विनय के खिलाफ दो-दो मुकदमे दर्ज हैं।
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