बाराबंकी: 2 साल के 1500 हजार आवेदन ब्लॉक, टूट गई लाभ की आस, निदेशालय से लगी रोक, जानें मामला

बाराबंकी: 2 साल के 1500 हजार आवेदन ब्लॉक, टूट गई लाभ की आस, निदेशालय से लगी रोक, जानें मामला

बाराबंकी, अमृत विचार। परिवार के कमाऊ पूत की मृत्यु के बाद पत्नी व बच्चों के भरण पोषण के लिए मिलने वाली तीस हजार रुपये की धनराशि दो साल के बाद भी पात्रों को नसीब नहीं हो सकी है। करीब डेढ़ हजार आवेदन लंबित पड़े हुए थे।जांच के दौरान पात्रों के आधार से ऑनलाइन डाटा का मिलान मैच न होने से इन आवेदनों को निदेशालय स्तर से ब्लॉक कर दिया गया है। यह कोई आज का मामला नहीं हैं। वहीं नए पात्रों को जांच के बाद योजना का लाभ दिया जा रहा है। 

प्रदेश सरकार द्वारा पारिवारिक लाभ योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने पर विधवा महिलाओं को 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस धनराशि की सहायता केवल उन विधवा महिलाओं को मिलती है जिनकी पति की मृत्यु 60 वर्ष से पहले हो जाती है। ऐसे पिछले दो सालों के करीब डेढ़ हजार ऑनलाइन आवेदन समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर लंबित पड़े हुए हैं।

बताया जा रहा है कि जांच के दौरान ऑनलाइन आवेदन से आधार का मिलान करने में नाम व पता मिस मैच हो रहा है। ऐसे में पोर्टल आवेदनों को आगे प्रक्रिया के लिए भेज नहीं रहा है। इसके बाद निदेशालय स्तर से इन डेढ़ हजार आवेदनों को ब्लॉक कर दिया गया है। हालांकि विभागीय अधिकारी यह भी कह रह हैं कि जैसे जैसे आधार मिलता जा रहा है वैसे-वैसे साइड खुलने पर आधार से नाम सही किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि इसमें आवेदक और विभागीय कर्मचारी की गलती नहीं हैं बल्कि तकनीकि समस्या है। वहीं पति की मृत्यु के बाद लाभ पाने के इंतजार में उनकी विधवाओं की आंखे भी पथरा गईं होंगी और तीस हजार की वार्षिक धनराशि पाने की उम्मीद भी खो चुकी होंगी।

अप्रैल से जुलाई तक 947 पात्रों को मिला लाभ

वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल से लेकर जुलाई तक आए ऑनलाइन आवेदनों की जांच के बाद पात्र मिले 947 पात्रों को योजना के तहत प्रति परिवार 30 हजार रुपये की सहायता राशि भेजी गई है। जिसकी कुल धनराशि 2 करोड़ 84 लाख 10 हजार रुपये बताई जा रही है। विभाग का दावा है कि आवेदनों आने के बाद उसकी बारिकी से जांच कराई जाती है। और पोर्टल पर लाभार्थियों की सूची के आधार पर धनराशि सीधे निदेशालयस्तर से संबंधित के बैंक खाते में भेजी जाती है।

पिछले वित्तीय वर्ष तहसीलवार लाभार्थियों की संख्या व धनराशि

तहसील--संख्या--धनराशि
फतेहपुर--108--32,40,000
हैदरगढ़-- 381-- 1,14,30,000
नवाबगंज--245-- 73,50,000
रामनगर-- 69-- 20,70,000
आरएसघाट--180-- 54,00000
सिरौलीगौसपुर--71-- 21,30,000

पुराने आवेदनों में त्रुटियां थी। जिसके चलते निदेशालयस्तर से धनराशि नहीं पहुंची होगी। जिलेस्तर पर कोई कमी नहीं है। पोर्टल खुलने पर धीरे-धीरे आधार से त्रुटियों को सही किया जा रहा है। वहीं नए आवेदनों की जांच के बाद धनराशि सीधे पीड़ित परिवार के खातों में भेजी जा रही है..., सुषमा वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी।

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