बदायूंः वरिष्ठ शिक्षक को वित्तीय चार्ज न देने पर बीएसए ने की कार्रवाई; एकेडमिक रिसोर्स पर्सन हुए निलंबित
16 अगस्त को निरीक्षण के दौरान बीएसए ने दिया था वित्तीय चार्ज हस्तांतरित करने का निर्देश
बदायूं, अमृत विचार। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) पद पर चयन होने के बाद भी एक इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने विद्यालय का वित्तीय चार्ज अपने पास रखा। बीएसए के निर्देशित करने के बाद भी इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने विद्यालय के दूसरे वरिष्ठ शिक्षक को चार्ज हस्तांतरित नहीं किया। विद्यालय में अनियमितताएं थीं। बीएसए ने एआरपी को निलंबित करते हुए दूसरे विकास क्षेत्र के बीआरसी पर संबद्ध किया है।
बीएसए वीरेंद्र सिंह ने 16 अगस्त को दोपहर एक बजकर 55 मिनट पर विकास क्षेत्र आसफपुर के पीएम श्री विद्यालय गुलड़िया का औचक निरीक्षण किया था। विद्यालय में पंजीकृत 317 में से 153 बच्चे उपस्थित मिले। विद्यालय परिसर बहुत गंदा था। बच्चों को मध्याह्न भोजन खिलाने के लिए बनाया गया किचेन शेड अस्त-व्यस्त और निष्क्रिय मिला। मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत बर्तन नहीं खरीदे गए थे।
विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट ग्रांट का सदुपयोग नहीं मिला। इस संबंध में अभिलेख भी प्रस्तुत नहीं किए गए। यहां चल रहा अतिरिक्त कक्षा कक्ष व भवन का निर्माण कार्य रुका मिला। निर्माण प्रभारी व इंचार्ज प्रधानाध्यापक आयोग गोयल अनुपस्थित मिले। निर्माण की गुणवत्ता खराब थी। निरीक्षण के दौरान जानकारी हुई कि इंचार्ज प्रधानाध्यापक विकास क्षेत्र आसफपुर में एकेडमिक रिसोर्स पर्सन भी हैं।
जबकि चयन करते समय निर्देश दिया गया था कि एआरपी पद पर चयन होने के बाद वह अपने विद्यालय में तैनात अन्य वरिष्ठ शिक्षक को वित्तीय चार्ज हस्तांतरित किया जाएगा लेकिन इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने वित्तीय चार्ज अपने पास ही रखा। बीएसए ने चार्ज हस्तांतरित करने का निर्देश दिया।
इसके बाद भी आयोग गोयल ने दूसरे शिक्षक को चार्ज नहीं दिया। जिसके चलते बीएसए ने एआरपी को निलंबित करते हुए इस्लामनगर बीआरसी पर संबद्ध किया है। विकास क्षेत्र म्याऊं के बीईओ लक्ष्मीनारायण, उझानी के बीईओ प्रशांत कुमार जांच अधिकारी नामित किए गए हैं।