बाराबंकी : ग्राम चौपाल में नहीं पहुंचे जिम्मेदार, राह तकते रह गए फरियादी

बाराबंकी : ग्राम चौपाल में नहीं पहुंचे जिम्मेदार, राह तकते रह गए फरियादी

निन्दूरा, बाराबंकी: अमृत विचार। विकास खंड की ग्राम पंचायत मौलाबाद और कतुरी कला में शुक्रवार को ग्राम चौपालों का आयोजन किया गया। कई विभागों के अधिकारियों के न मौजूद रहने से शिकायतों का निस्तारण नहीं हो सका। ग्रामीणों में अफसरों के इस रवैये को लेकर खासा रोष रहा। 

मौलाबाद चौपाल में एक शिकायत राशन न मिलने को लेकर आई, परंतु पूर्ति निरीक्षक के न होने से निस्तारण नहीं हो सका। विभिन्न पेंशन को लेकर शिकायत आईं लेकिन समाज कल्याण से भी कोई मौजूद नही था। इसी प्रकार राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास परियोजना विभाग, पुलिस विभाग की ओर से कोई भी मौजूद नही रहा। स्वयं सहायता समूह की कुछ महिलाएं मौजूद थी लेकिन कोई अधिकारी समस्या सुनने के लिए नहीं था।

केवल एडीओ कृषि हरि प्रकाश चौधरी, पंचायत सचिव अवनीश कुमार, सीएम फेलो डॉ अलकमा बानो और ग्राम प्रधान मौजूद थे। आवास, शौचालय, हैंड पंप मरम्मत और जल निकासी को लेकर करीब डेढ़ दर्जन प्रार्थना पत्र आए, जिनको लेकर संबंधित को निर्देशित किया गया। गौर करने वाली बात यह है कि ग्रामीणों की समस्या का निदान करने हेतु मौलाबाद पंचायत भवन में चौपाल का आयोजन हुआ लेकिन उसी पंचायत भवन तक बरसात में पहुंचा नही जा सकता है क्योंकि पंचायत भवन का रास्ता गड्ढा युक्त और कच्चा है।

इसी रास्ते से होकर पैदल डेढ़ सौ मीटर चलकर अधिकारी पंचायत भवन पहुंचे जो कि खुद अपने आप में बहुत बड़ी समस्या है। पंचायत भवन में अभी तक विद्युत कनेक्शन भी नहीं है जिसके चलते अधिकारी और ग्रामीण गर्मी और अंधेरे में ही आपस में चर्चा करते रहे। पंचायत भवन के ठीक बगल में सामुदायिक शौचालय बना हुआ है जोकि गांव से करीब एक किलोमीटर दूर है। ग्रामीणों की माने तो बनने के बाद से आज तक शौचालय खुला ही नहीं है