Exclusive: योगी की अगुवाई में Kanpur में डिफेंस कॉरिडोर को मिल रही नई ऊंचाई, कॉरिडोर से जुड़े इन कामों में आई तेजी
कानपुर, अभिनव मिश्र। 5 आयुध कारखानों और आधा दर्जन से ज्यादा रक्षा प्रतिष्ठानों वाले कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर के तेजी से विस्तार और विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खास तवज्जो का परिणाम है कि कॉरिडोर में रक्षा उत्पादन से जुड़ी इकाइयों के काम शुरू करने के साथ ही बेहतर और तीव्र गति की कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने का काम भी रफ्तार पकड़ गया है।
डिफेंस कॉरिडोर तक सुगम और बेहतर परिवहन के लिए साढ़ से नर्वल तक 16 किमी लंबा मार्ग फोरलेन करने के फैसले के बाद अब सचौली घाट के पास पांडु नदी पर सेतु निर्माण निगम 2-2 लेन के 2 पुलों का निर्माण करने जा रहा है। दोनों पुलों पर 15.27 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रदेश सरकार ने काम शुरू करने की मंजूरी दे दी है।
सेतु निगम अधिकारियों का कहना है कि डिफेंस कॉरिडोर मार्ग पर पांडु नदी के ऊपर दोनों पुलों का निर्माण कार्य एक माह के भीतर शुरू कर दिया जाएगा। अभी सरसौल और रमईपुर से डिफेंस कॉरिडोर तक जाने के लिए टू-लेन सड़क हैं। सरसौल से नर्वल होते हुए साढ़ मार्ग को टू-लेन से फोरलेन करने के योजना पीडब्ल्यूडी ने तैयार की है।
पीडब्ल्यूडी ने डिफेंस कॉरिडोर के लिए 16.10 किमी लंबी सड़क के चौड़ीकरण के लिए 204.11 करोड़ का एस्टीमेट शासन को भेजा है। फोरलेन सड़क बनने से उद्यमियों को माल लाने और ले जाने में दिक्कत खत्म हो जाएगी। साढ़-सरसौल मार्ग पर सचौली गांव के पास पांडु नदी पर निर्मित पुल वर्ष 2014 में क्षतिग्रस्त हो गया था।
डग्गामार बसें और मौरंग, गिट्टी लदे ओवरलोड वाहन जब पुल से गुजरते हैं, तो अत्यधिक कंपन होता है। इसे देखते हुए ही सेतु निगम ने सचौली घाट के पास 70-70 मीटर लंबे व 7.5-7.5 मीटर चौड़े 2 टू लेन पुलों का प्रस्ताव शासन को भेजा था। गुरुवार को शासन ने दोनों पुलों को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
डिफेंस कॉरिडोर मार्ग पर सचौली गांव के पास पांडु नदी पर जर्जर पुल के स्थान पर टू-लेन के 2 पुलों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। शासन ने 15.27 करोड़ से पुलों के निर्माण की स्वीकृति दे दी है। दोनों पुलों का निर्माण नवंबर माह से कराया जाएगा। -डीके यादव, जीएम, सेतु निगम
150 हेक्टेयर जमीन और ली जाएगी कॉरिडोर के लिए
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 206 हेक्टयर में डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना की है। यहां अडानी ग्रुप ने इकाई स्थापित करके उत्पादन भी शुरू कर दिया है। कुछ अन्य बड़ी इकाइयां स्थापित हो रही हैं। कॉरिडोर के विस्तार के लिए 150 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हो गई है। इससे डिफेंस सेक्टर से जुड़ी छोटी-बड़ी इकाई तेजी से लगायी जा सकेंगी।