बरेली: अभी से सतर्क हो जाएं... इस बार और ज्यादा कहर ढा सकता है डेंगू

इस साल अब तक डेंगू के 17 केस, पिछले दो महीने में चार लोगों में हुई पुष्टि

बरेली: अभी से सतर्क हो जाएं... इस बार और ज्यादा कहर ढा सकता है डेंगू

बरेली, अमृत विचार : आमतौर पर डेंगू का प्रकोप हर साल अक्टूबर से शुरू होकर सर्दियों रहने तक चलता है मगर इस बार उसके केस मिलने का सिलसिला टूटा ही नहीं। जनवरी से अब तक जिले में 18 केस मिले हैं और अब उनकी रफ्तार और तेज हो गई है। इसी सप्ताह दो और केस मिले हैं, जिसे स्वास्थ्य विभाग विभाग में गंभीरता से लिया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इस साल डेंगू का प्रकोप पिछले साल से भी ज्यादा कहर ढा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की चिंता की वजह यह है कि मलेरिया के केस पहले ही काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले सप्ताह से हर रोज 15 से 20 लोगों में मलेरिया की पुष्टि हो रही है। बरसात में यह क्रम और तेज होने की आशंका है। इसी बीच डेंगू के भी लगातार मिल रहे केस आने वाले समय में नई चुनौती की ओर संकेत कर रहे हैं। करीब 15 दिन पहले एडी हेल्थ डेंगू संक्रमित पाई गई थीं। तीन दिन पहले भोजीपुरा का एक युवक डेंगू की चपेट में आया। अब भुता का भी एक युवक एलाइजा टेस्ट में डेंगू पीड़ित पाया गया है। आईडीएसपी की रिपोर्ट के अनुसार 2024 में जनवरी से अब तक जिले में 18 लोग डेंगू से ग्रसित पाए जा चुके हैं।

जिले में कई साल से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं। आईडीएसपी के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में पहली बार डेंगू के केस सौ का आंकड़ा पार कर 595 पर पहुंचे थे। इसके बाद 2022 में कुछ कम 473 केस मिले लेकिन 2023 में 1079 केस सामने आए तो नया रिकॉर्ड बन गया। अब इस साल जिस तरह समय से पहले ही डेंगू के केस सामने आने लगे हैं, उसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अफसर आशंका जता रहे हैं कि डेंगू का प्रकोप इस बार पिछले साल से भी ज्यादा भयावह हो सकता है।

पिछले साल जिले में हुई थी सैकड़ों लोगों की मौत, डेंगू की पुष्टि से बचते रहे थे अफसर

डेंगू के सीजन में पिछले साल जिले में बुखार का भीषण प्रकोप फैला था, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पर्याप्त संख्या में एलाइजा टेस्ट न कराए जाने की वजह से सरकारी तौर पर यह पुष्टि नहीं हो पाई थी कि ये मौतें डेंगू से ही हुई हैं। जिन लोगों में कार्ड टेस्ट से डेंगू की पुष्टि हुई थी, उनकी मौत की वजह भी स्वास्थ्य विभाग ने एलाइजा टेस्ट न होने की वजह से डेंगू को नहीं माना। जिले के कई गांवों में एक के बाद एक मौत से मातम छाया रहा था। कुछ परिवारों में तो कई-कई लोगों की मौत हो गई थी।

मलेरिया के केस बढ़ रहे हैं, विभागीय टीमें त्वरित इलाज और निरोधात्मक कार्रवाई करने के लिए सक्रिय हैं। डेंगू का प्रकोप अभी कम है लेकिन केस लगातार मिल रहे हैं। पिछले बरसों डेंगू की शुरुआत सितंबर के अंत से होती थे। - डॉ. विश्राम सिंह, सीएमओ

बरसात समय से पहले डेंगू के केस सामने आने का मुख्य कारण है। डेंगू का लार्वा साफ पानी में पैदा होता है। वैसे इसका प्रकोप सितंबर के अंत से शुरू होता है। इस बार लगातार केस मिल रहे है। इससे आशंका है कि डेंगू का प्रकोप पिछले साल से ज्यादा रह सकता है। - डॉ. अखिलेश्वर सिंह, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी