कासगंज: उत्तराखंड में फटा बादल, गंगा नदी में आ सकता है तेज उफान
सिंचाई विभाग ने जारी किया अलर्ट, ग्रामीणों को सर्तक रहने की दी सलाह
कासगंज, अमृत विचार। गंगा नदी में तबाही के हालात दिखाई दे रहे हैं। बैराजों से लगातार छोड़ा जा रहा पानी तेज होता जा रहा है। उत्तराखंड बादल फटने के बाद तबाही के संकेत मिल गए हैं। यहां तक की सिंचाई विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि बाढ़ से हालात बिगड़ सकते हैं। इसको लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। शुक्रवार की शाम या फिर देर रात गंगा नदी पूरी तरह उफन सकती है।
उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया है तो वहीं, पिछले 24 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। केदारनाथ में बादल भी फटा है, जिसके चलते गंगा की सहयोगी नदियां, काली नदी और बूढी गंगा में भी उफान आ सकता है। हरिद्वार बैराज से छोड़े जा रहे एक लाख 53 हजार 252 क्यूसेक पानी से बिजनौर बैराज पर भी जल स्तर बढ़ गया है और शाम तक नरौरा पर भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा। सामान्यता एक क्यूसेक का अर्थ एक सेकंड में 28.317 लीटर पानी छोड़ा जाता है। सिंचाई विभाग की माने तो बिजनौर बैराज से एक लाख 56 हजार 305 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। शुक्रवार की शाम या फिर देर रात नरौरा बैराज के रास्ते यह पानी गंगा नदी में उफान ला सकता है। कछला पुल पर जलस्तर बढ़ना तय है।
वर्जन
उत्तराखंड में हो रही बारिश और बादल फटने की घटना के बाद कासगंज क्षेत्र में गंगा नदी में उफान आना तय है। ग्रामीण सतर्कता बरतें। सिंचाई विभाग को पल पल की सूचना दें, घबराए नहीं है, बल्कि सजग अवश्य रहे।
संजय शर्मा, सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग
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