Kanpur: विधानसभा में उठेगा RTE में प्रवेश नहीं देने का मुद्दा...अभिभावकों की शिकायतों पर सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी सरकार से मांगेंगे जवाब

विधायक अमिताभ बाजपेई बोले, समय से योजना का बजट नहीं मिलने से स्कूल करते मनमानी

Kanpur: विधानसभा में उठेगा RTE में प्रवेश नहीं देने का मुद्दा...अभिभावकों की शिकायतों पर सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी सरकार से मांगेंगे जवाब

कानपुर, अमृत विचार। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों को निजी सकूलों में प्रवेश नहीं मिलने का मुद्दा विधानसभा में उठाकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने यह ऐलान करते हुए कहा कि निजी स्कूलों द्वारा सूची में नाम आने के बाद भी प्रवेश नहीं लेकर अभिभावकों को दौड़ाया और परेशान किया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस मुद्दे पर  सपा के ही विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना है कि आरटीई में प्रवेश नहीं होना प्रदेश सरकार की कमजोरी और नाकामी को उजागर करता है। 

सपा विधायकों का कहना है कि जब से आरटीई के प्रवेश शुरू हुए हैं, उनके पास लगातार अभिभावक समस्याएं लेकर आ रहे हैं। हर अभिभावक की एक ही तकलीफ है कि उनके बच्चे का निजी स्कूल प्रवेश नहीं ले रहा है। विधायक  रूमी ने कहा कि वह विधानसभा में सरकार से पूछेंगे कि आखिर आरटीई के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश क्यों नहीं हो रहे है। 

अब तक कितने प्रवेश प्रदेश में हुए हैं। विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि आरटीई में प्रवेश नहीं होने की सबसे बड़ी दोषी प्रदेश सरकार है। उसे इसके लिए बजट देना होता है, लेकिन यह बजट समय पर निजी स्कूलों को मिलता नहीं है। सरकार की लापरवाही का खामियाजा आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को उठाना पड़ रहा है।  

आरटीई में दाखिले को लेकर अभिभावक बुरी तरह परेशान हैं। जयपुरिया स्कूल में प्रवेश नहीं लिए जाने की तमाम शिकायतें मिली हैं। अन्य निजी स्कूल भी योजना के तहत प्रवेश देने में आनाकानी कर रहे हैं। इसे लेकर जल्द ही विधानसभा में सरकार से सवाल करूंगा। यह बच्चों के भविष्य का प्रश्न है।- मोहम्मद हसन रूमी, सपा विधायक

आरटीई के प्रवेश को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। इसी कराण अभिभावक भटक रहे हैं। सरकार योजना के तहत बच्चों की फीस निजी स्कूलों को समय पर नहीं देती है। इस कारण निजी स्कूल मनमानी करते हैं। सरकार की गलती है, इसलिए वह खामोश बैठी रहती है।- अमिताभ बाजपेई, सपा विधायक 

जयपुरिया में अभिभावकों और बच्चों का लिया जाता इंटरव्यू

विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने बताया कि उनके पास सर्वाधिक शिकायतें  सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, कैंट की आई हैं। अभिभावकों का आरोप है कि इस स्कूल में सत्यापन के नाम पर अभिभावकों और बच्चों को अलग-अलग बैठाकर उनका इंटरव्यू लिया जाता है। तमाम बच्चों को ऐसे सत्यापन के बाद प्रवेश देने से मना कर दिया गया है।  

डीपीएस कल्याणपुर में भी दौड़ाने और साक्षात्कार लेने का आरोप

दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) कल्याणपुर पर भी बच्चों का साक्षात्कार लेकर प्रवेश के नाम पर अभिभावकों को दौड़ाने का आरोप है। बेसिक शिक्षा विभाग मे आई शिकायतों में भी अभिभावकों ने स्कूल द्वारा आवेदनों का सत्यापन किए जाने और फॉर्म में गलतियां बताकर दौड़ाने का आरोप लगाया है। 

जिला प्रशासन 18 स्कूलों को जारी कर चुका नोटिस

जिला प्रशासन ने हाल ही में आरटीई के तहत बच्चों के प्रवेश नहीं लेने वाले निजी स्कूलों को बुलाया था। सेठ आनन्दराम जयुपरिया स्कूल कैंट, ऐलन हाउस पब्लिक स्कूल रूमा, यूनाईटेड पब्लिक स्कूल सिविल लाइंस, डॉ वीरेन्द्र स्वरूप एजू सेंटर एच-2 ब्लाक किदवई नगर, डॉ वीरेन्द्र स्वरूप पब्लिक स्कूल गोविन्द नगर, एचएस पब्लिक स्कूल गल्ला मंडी नौबस्ता, एस्कार्ट वर्ल्ड स्कूल केशवपुरम, प्रताप इंटरनेशनल स्कूल कल्यानपुर, कैंब्रिज हाईस्कूल स्काई लार्क सिविल लाइन, ऐलन हाउस पब्लिक स्कूल खलासी लाइन, एनएलके पब्लिक स्कूल खलासी लाइन, हलीम मुस्लिम स्कूल चमनगंज, विन्यास पब्लिक स्कूल चौबेपुर, जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल कल्याणपुर, दिल्ली पब्लिक स्कूल आजाद नगर, दिल्ली पब्लिक स्कूल मेहरबान सिंह का पुरवा, किदवई नगर, मैनावती मार्ग, सर्वोदय नगर, एनएलके लिटिल स्टेप अशोक नगर, डॉ वीरेन्द्र स्वरूप एजूकेशन सेन्टर, एन ब्लाक किदवई नगर को नोटिस जारी किया गया था। 

ऐसे सभी निजी स्कूल जिन्होंने अभी तक आरटीई में प्रवेश नहीं लिए हैं, उनके खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रवेश लेने में अनाकानी करने वाले स्कूलों के खिलाफ मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की जाएगी।- सुरजीत कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

ये भी पढ़ें- Kanpur News: केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, हादसे में दो छात्रों की मौत का मामला