Exclusive: 50 मिनट में कानपुर से लखनऊ पहुंचाएगी हाई स्पीड वंदे भारत मेट्रो; बिना लोकोमोटिव इंजन के मिनटों में भरेगी तेज रफ्तार

अभी इस रूट पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेनें स्वर्ण शताब्दी और तेजस लेती हैं सवा घंटा

Exclusive: 50 मिनट में कानपुर से लखनऊ पहुंचाएगी हाई स्पीड वंदे भारत मेट्रो; बिना लोकोमोटिव इंजन के मिनटों में भरेगी तेज रफ्तार

कानपुर, अमृत विचार। केंद्रीय बजट के बाद कानपुर और लखनऊ के बीच सेमी हाई स्पीड वंदे भारत मेट्रो का संचालन जल्द शुरू होने की संभावना बढ़ गई है। यह ट्रेन कानपुर से लखनऊ के बीच 75 किलोमीटर की दूरी अधिकतम 50 मिनट में तय करेगी। अभी इस मार्ग पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों में स्वर्ण शताब्दी और तेजस एक्सप्रेस हैं, जो लगभग सवा से डेढ़ घंटे समय लेती हैं। 

गोमती एक्सप्रेस और इंटरसिटी लगभग 1.45 घंटे तथा अन्य ट्रेनें 2 घंटे से अधिक समय में दोनों शहरों के बीच सफर पूरा करती हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार कानपुर-लखनऊ वंदे भारत मेट्रो के संचालन के लिए रूट पूरी तरह तैयार है। इस रूट पर पड़ने वाले स्टेशनों में इंटरलाकिंग के साथ ट्रैक उच्चीकरण का काम पहले ही किया जा चुका है।

हालांकि कानपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत मेट्रो सेवा शुरू करने से पहले नई दिल्ली से आगरा के बीच वंदे भारत मेट्रो को पटरी पर उतारा जाएगा। वंदे भारत मेट्रो में यात्रियों के बैठने की व्यवस्था मेट्रो जैसी ही है, इसके साथ ही सुविधाजनक तरीके से खड़े होकर सफर करने का भी मेट्रो की ही तरह इंतजाम है। इसके दरवाजे ऑटोमेटिक हैं और इंटीरियर मेट्रो की तर्ज पर ही किया गया है। 

यह ट्रेन भी ऑटोमेटेड है, जो बिना लोकोमोटिव के इंजन के दौड़ेगी। वंदे भारत मेट्रो की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रतिघंटा है, लेकिन माना जा रहा है कि कानपुर-लखनऊ रूट पर इसका संचालन 120 से 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पर होगा। 

रेलवे की वंदे मेट्रो ट्रेनों को कम दूरी वाले शहरों के बीच चलाने की योजना है, ताकि यात्रियों को सुगम, सुविधाजनक और तेज रफ्तार वाला यातायात सुलभ हो सके। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक संतोष त्रिपाठी ने बताया कि अभी कानपुर-लखनऊ वंदे मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू किए जाने के संबंध में उनके पास कोई सूचना नहीं है। स्थानीय स्तर से इस बारे में प्रस्ताव नहीं भेजा गया है।

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