Chitrakoot: बिजली कटौती के विरोध में धरने पर बैठे सदर विधायक; एक सप्ताह के अंदर व्यवस्था दुरुस्त करने का दिया अल्टीमेटम
चित्रकूट, अमृत विचार। जिले में बेतहाशा बिजली कटौती, लो वोल्टेज और बिजलीकर्मियों पर निरंकुशता का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को सदर विधायक अनिल प्रधान समर्थकों के साथ अधिशासी अभियंता कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गए। इसके पूर्व उन्होंने समर्थकों के साथ ट्रैफिक चौराहे से कार्यालय तक जुलूस भी निकाला। सपा विधायक ने कहा कि एक सप्ताह में बिजली व्यवस्था दुरुस्त न हुई तो चक्का जाम किया जाएगा।
विधायक ने कहा कि जिले में लगभग एक माह से शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली का संकट गहराया है। पूरे दिन में लगभग चार घंटे ही आपूर्ति मिलती है। रात-रात भर बिजली गुल रहती है। इससे जनाक्रोश बढ़ रहा है। ऊर्जा मंत्री और अधिकारी 18 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा करते हैं।
अधिकारी कागजों में आपूर्ति कर रहे हैं। बिजली संकट से पेयजलापूर्ति भी प्रभावित हुई है। बिजली न रहने से अंधकार में जहरीले कीड़ों के काटने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी उन पर कोई असर नहीं है। बिजलीकर्मी आम जनता तो दूर, जनप्रतिनिधियों का भी फोन नहीं उठाते। उमस भरी भीषण गर्मी में लोग बीमार पड़ रहे हैं।
सदर विधायक ने बताया कि उनसे नवागंतुक अधीक्षण अभियंता ने आपूर्ति सुचारु करने में 15 दिन का समय मांगा। इस पर उन्होंने एक सप्ताह के अंदर बिजली आपूर्ति सुधारने के निर्देश दिए। बताया कि शनिवार को वह बिजली विभाग के अभियंताओं के साथ बैठक करेंगे। अगर स्थिति काबू में नहीं आई तो चक्का जाम करने पर मजबूर होना पड़ेगा। धरना-प्रदर्शन लगभग डेढ़ घंटे चला।