प्रयागराज: मोहर्रम पर निकला ताजिया जुलूस, गमगीन माहौल के बीच हुआ मातम  

प्रयागराज: मोहर्रम पर निकला ताजिया जुलूस, गमगीन माहौल के बीच हुआ मातम  

नैनी/ प्रयागराज, अमृत विचार। मोहर्रम पर बुधवार को यमुनापार के विभिन्न स्थानों पर ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोगों ने इस मौके पर सीनाजनी का मातम किया। नैनी में कई मोहल्ले के ताजिया जुलूस में शामिल हुए और अंत में कर्बला में उन्हें दफन कर दिया गया। 

नैनी का मोहर्रम जुलूस चकदोंदी से निकला। यहां से मलहरा फाटक, अरैल तिराहा होते हुए कर्बला ले जाया गया। चाका विकास खण्ड के अंतर्गत दांदूपुर मे बुधवार सुबह छह बजे से इमामबाड़ा अली मियां से ताजिया जुलूस निकल गया, जिसमें मजलिस को जनाब अब्बास हैदर ने खिताब करते हुए हुसैन पर जजीदियों के द्वारा किए गए बर्बर जुल्म का बखान किया। उसके बाद ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस में नौहा खान शहजाद हैदर ने ताजियादार है हम, हमको पहचान लो मौला के अज़ादार है हम, पढ़ा। वहीं नौशाद हैदर ने अपनी दर्द भरी आवाज में नौहा  पढ़ा ज़ालिम तेरी बहनों की रिदा छीन रहे हैं, अब्बास चले आओ, जैसे नौहा से लोगों आंख के आंसू रुक नहीं सके। 

जुलूस अपने पुराने रास्ते से होते हुए इश्तियाक हैदर के निगहबानी मे सीनाजानी करते हुए या हुसैन, या हुसैन की सदाएं बुलन्द करते हुए अमिलीया रोड स्थित पुराने कर्बला पर पहुंचा। शाम को पुराना इमामबाड़ा का ऐतिहासिक ताजिया जुलूस जामा मस्जिद स्थित इमाम चौक से उठकर रीवा रोड पहुंचा, जहां सीनाजनी एवं जंजीर का मातम करते हुए कर्बला में ताजिया दफन कर दिया गया।

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