कासगंज: संसाधन बिन कैसे बनेंगे हुनरमंद, पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर पर खानापूर्ति
ट्रेनिंग के लिए नहीं सेंटर पर नहीं हैं पर्याप्त संसाधन
कासगंज, अमृत विचार। पीएम विश्व कर्मा योजना जिले में मजाक बन कर रह गई है। आधी अधूरी तैयारियों के बीच बेरोजगार आवेदन कर्ताओ को ट्रेनिंग दी जा रही है। तीन सिलाई मशीनों के सहारे ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग करने वालों के लिए भी खाने पीने के उचित इंतजाम नहीं हैं। बाहर से आने जाने वाले ट्रेनियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए पीएम विश्व कर्मा योजना को संचालित किया है। जिससे बेरोजगारों को निःशुल्क ट्रेनिंग देकर ट्रेड के हिसाब टूल किट निःशुल्क दी जाती है। जिसके तहत जिला उद्योग कार्यालय से उद्यमिता विकास संस्थान लखनऊ को 775 बच्चों की ट्रेनिंग की जिम्मेदारी दी गई है। जब इस ट्रेनिंग सेंटर की जमीनी पड़ताल की गई तो मात्र दो ट्रेड चलते हुए दिखाई दिए। ट्रेड सिलाई के लिए महिलाओं के लिए मात्र तीन सिलाई मशीन रखी हुईं थीं। तीन मशीनों से कैसे महिलाएं ट्रेनिंग ले सकती हैं। साथ ही ट्रेड हलवाई के लिए भी कोई संसाधन नहीं दिखाई दिए। जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि विश्व कर्मा योजना की ट्रेनिंग मात्र कागजों में ही सिमट कर रह गई है।
ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक की होती व्यवस्था
विश्व कर्मा योजना ट्रेनिंग सेंटर पर ट्रेनियों को नाश्ते में चाय और ब्रेड दिए जाते हैं। दोपहर को भरपूर मेन्यू के अनुसार से खाना देने का प्रावधान है। लेकिन इस ट्रेनिंग सेंटर पर चार पूड़ी सब्जी बाजार से मांगा कर खिला रहे हैं। सिर्फ योजना के जरिए प्रशिक्षणार्थियों के नाम पर आने वाले पैसों का बंदरबांट हो रहा है।
ट्रेनिंग के लिए हॉस्टल होता है अनिवार्य
विश्व कर्मा योजना के तहत दी जाने वाली ट्रेनिंग में जिले भर के बेरोजगार अभ्यार्थियों को रहने खाने पीने के लिए हॉस्टल को अनिवार्य किया गया है। इसके बाद संबंधित संस्थान को ट्रेनिंग की जिम्मेदारी दी जाती है। लेकिन यहां बिना हॉस्टल के ही ट्रेनिंग सेंटर को संचालित किया गया है। प्रशिक्षणार्थियों का आने जाने में काफी पैसा किराये भाड़े में खर्च हो रहा है।
तीन मशीन से दे रहे हैं, 100 महिलाओं को ट्रेनिंग
शहर के किसरोली रोड स्थित राॉयल पैलेस में चल रही विश्वकर्मा योजना ट्रेनिंग सेंटर में अव्यवस्थाओ और संसाधनों का काफी अभाव है। तीन सिलाई मशीन के सहारे 100 महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है।
क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी
चंद्रभान भास्कर, जिला उद्योग अधिकारी ने बताया कि पीएम विश्व कर्मा उद्यमिता संस्थान लखनऊ को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अगर संसाधन नहीं हैं, तो इसकी जानकारी की जाएगी। आज कानपुर में हैं, मैं लौटकर सेंटर पर जाकर जांच पड़ताल करता हूं, जो भी समस्या है, उसे दूर किया जाएगा। गुणवत्ताप के साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा।