रामपुर : पांच वर्ष में हुए तीन लोकसभा चुनाव, रोजगार शून्य
चुनाव से पूर्व नेताओं ने रामपुर की जनता को दिया उद्योग नगरी बनाने का आश्वासन, जिले की स्वार तहसील को पेरिस बनाने की भी हो चुकी है घोषणा

सुहेल जैदी,अमृत विचार। रामपुर में पांच वर्ष में तीन लोकसभा चुनाव हुए। लेकिन युवाओं के लिए रोजगार शून्य है। चुनाव से पूर्व सभी नेताओं ने जनता को रामपुर को उद्योग नगरी बनाने का आश्वासन दिया। इस जुमले पर लोग छले जाते रहे। सीतापुर की जेल में बंद पूर्व मंत्री आजम खां ने स्वार तहसील को पेरिस बनाने की घोषणा की थी। लेकिन स्वार की हालत और भी बदतर हो गई है। इन पांच वर्षों में रोजगार का कोई इंतजाम नहीं हुआ। युवा परेशान हैं और इससे ज्यादा उनके माता-पिता को उनके बेरोजगार होने की चिंता सता रही है।
औद्योगिक क्षेत्र में कानपुर के बाद रामपुर का नाम सरे फहरिस्त था। यहां में 52 फैक्ट्री थीं। इनमें दो चीनी मिल, रजा टैक्सटाइल्स, मक्का मिल, सीमेंट फैक्ट्री, हंसा फैक्ट्री शामिल थीं। वह फैक्ट्रियां देखते ही देखते राजनीति का शिकार हो गईं। लोगों ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए फैक्ट्री के मजदूरों का इस्तेमाल किया। नतीजतन फैक्ट्रियां बंद होती गईं और बेरोजगारी फैलती गई। 2019 से 2024 तक तीन लोकसभा चुनाव हुए। 2019 में पूर्व मंत्री आजम खां ने लोकसभा चुनाव जीता। इसके बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। 2023 में लोकसभा का उप चुनाव हुआ और भाजपा हाईकमान ने टिकट घनश्याम सिंह लोधी को दे दिया गया।
भाजपा प्रत्याशी के प्रचार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए। उन्होंने राजकीय शारीरिक एवं प्रशिक्षण महाविद्यालय के स्टेडियम में हुई जनसभा में ऐलान किया कि रुद्र-बिलास चीनी मिल के बायलर बदले जाएंगे। उसका जीर्णोद्धार होगा। लेकिन, समय गुजरता गया और चीनी मिल की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ। 2024 के पेराई सत्र में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा लोकसभा उप चुनाव में भाजपा सरकार के तमाम मंत्री रामपुर आए। उन्होंने गली-गली पहुंचकर लोगों को आश्वासन दिया कि रामपुर को उद्योग नगरी बनाया जाएगा। एक बार फिर रामपुर का नाम कानपुर के साथ आने लगेगा। लेकिन, स्थिति सबके सामने है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी तमाम वादे किए गए। लेकिन, आजादी के बाद से रामपुर के लोगों के लिए घर के खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। तमाम फैक्ट्रियां खंडहर हो गई हैं। उन्हें दोबारा चालू कराकर लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।
रामपुर में रोजगार का इंतजाम करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करेंगे। जिले के पिछड़ेपन का मुद्दा सदन में उठाएंगे। आजादी के बाद से लोगों को छलकर वोट लिए जाते रहे। बदले में उन्हें सिर्फ आश्वासन दिए गए। अब ऐसा नहीं होगा। जल्दी ही लोगों के लिए रोजगार का इंतजाम कराया जाएगा।- मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी, सांसद
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