Kanpur: मनचाहा नहीं मिला स्कूल, 1,865 सीटें गए भूल, RTE के तहत 4 माह बीतने के बाद भी बच्चों ने नहीं लिए स्कूलों में प्रवेश

14 निजी स्कूलों में ज्यादा मारामारी, अभिभावकों से प्रवेश देने में आनाकानी

Kanpur: मनचाहा नहीं मिला स्कूल, 1,865 सीटें गए भूल, RTE के तहत 4 माह बीतने के बाद भी बच्चों ने नहीं लिए स्कूलों में प्रवेश

कानपुर, अमृत विचार। आरटीई के तहत शहर में 1,865 सीटों पर प्रवेश मनचाहा स्कूल नहीं मिलने की वजह से नहीं हुए। 4 माह बीतने के बाद बुलावे पर भी इन स्कूलों में अभिभावकों ने अपने बच्चों के प्रवेश नहीं कराए। उधर, 14 नामचीन निजी स्कूल ऐसे हैं जो अभी तक अपने यहां पर प्रवेश देने में अनाकानी कर रहे हैं। विभाग अगले सप्ताह तक इन स्कूलों को दोबारा चेतावनी देने के लिए बुला सकता है।

शहर में आरटीई के तहत अब तक 9,289 में 3,615 बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश दिया गया है। योजना के तहत 4 सूची जारी होने के बाद भी शहर में कुल सीटों में से 1,865 सीटों पर कोई दावेदार नहीं बचा है। इन सीटों पर अभिभावकों ने अपने बच्चों का प्रवेश कराने से इनकार कर दिया है। यह वे स्कूल हैं जिन्हें ज्यादातर अभिभावकों ने मजबूरी में अंतिम विकल्प के रूप में रखा था। 

बच्चों के वॉर्ड में मौजूद स्कूलों में सीटें लॉक होने पर अभिभावकों ने यहां प्रवेश से किनारा कर लिया। अब विभाग बाकी बची 3,809 सीटों पर प्रवेश कराने की कवायद कर रहा है। 26 फरवरी से लेकर अब तक चार चरण में लाटरी निकालकर स्कूल आवंटन किए गए। पहले चरण में 5164, दूसरे चरण में 3251, तीसरे चरण में 739 और चौथे चरण में 135 बच्चों को  लाटरी प्रक्रिया में शामिल किया गया। 

छोटे स्कूलों ने तो बच्चों को प्रवेश दे दिया लेकिन 14 नामचीन स्कूल ऐसे हैं जो बच्चों को आरटीई का हक नहीं दे रहे हैं। इन स्कूलों को डीएम की ओर से पहले ही नोटिस जारी हो चुकी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने बताया कि मनपसंद स्कूल न मिलने पर अभिभावक बच्चों का प्रवेश दिलाने से मना कर रहे हैं। अन्य सीटों पर प्रवेश देने के लिए निजी स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। मंगलवार तक हर हाल में बच्चों के दाखिले हो जाएंगे।

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