Kanpur: स्कूलों की मनमानी पड़ रही बच्चों पर भारी; RTE के तहत विभाग पहुंचने वाली शिकायतों पर ही हो रहे प्रवेश

सीधे स्कूल आने वाले अभिभावकों को करनी पड़ रही है दौड़भाग

Kanpur: स्कूलों की मनमानी पड़ रही बच्चों पर भारी; RTE के तहत विभाग पहुंचने वाली शिकायतों पर ही हो रहे प्रवेश

कानपुर, अमृत विचार। आरटीई के तहत निजी स्कूलों ने नया खेल शुरू कर दिया है। स्कूल अब ऐसे ही अभिभावकों के प्रवेश ले रहे हैं जो विभाग की नोटिस लेकर स्कूल आ रहे हैं। अन्य बच्चों के अभिभावकों को स्कूल प्रवेश के लिए दौड़भाग करा रहे हैं। स्कूलों की इस तरह की शिकायत पर बेसिक शिक्षा विभाग ऐसे स्कूलों की सूची बना रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इस समय रोजाना 8 से 12 नोटिसें निजी स्कूलों को जारी की जा रही हैं। 

यह नोटिसें स्कूलों की ओर से अभिभावकों की शिकायतों पर जारी हो रही हैं। नोटिस जारी होते ही निजी स्कूलों के प्रवेश ले रहे हैं। ऐसे अभिभावक जिनकी पहुंच विभाग तक नहीं है उन्हें अभी भी निजी स्कूल अभिलेखों की कमी सहित अन्य खामियां बताकर दौड़भाग करा रहे हैं। स्कूलों की इस कारगुजारी का खुलासा विभाग में पिछले एक सप्ताह से जारी नोटिसों की संख्या से हुआ। 

अचानक विभाग में व्यक्तिगत शिकायतें बढ़ने पर विभाग की ओर से जांच हुई तो स्कूलों की नई कारगुजारी सामने आई। अब विभाग की ओर से ऐसे स्कूलों की सूची बनाई जा रही है जिनके यहां से सबसे अधिक शिकायतें अभी भी आ रही हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने कहा कि कुछ निजी स्कूल अभिभावकों को दौड़भाग करा रहे हैं। ऐसे स्कूलों को चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही इन स्कूलों को बुलाकर उन्हें सभी प्रवेश को लिए जाने का आदेश दिया जाएगा।

यह स्कूल कर रहे मनमानी

निजी स्कूलों की ओर से की जाने वाली मनमानी में कुछ स्कूल शहर के नामचीन स्कूल भी हैं। इनमें सेठ आनंदराम जयपुरिया, एलके समूल, डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर समूह सहित अन्य स्कूल शामिल हैं। खास बात यह है कि इनमे शामिल कई स्कूलों को पूर्व में जिलाधिकारी की ओर से जल्द प्रवेश कराए जाने पर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। शहर के ऐसे 45 स्कूल उस वक्त सामने आए थे जिन्हें नोटिस दिया गया था।

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