Janmashtami 2024: चांदी के 5 हजार लड्डू गोपाल घरों में पहुंचे...इस्कॉन मंदिर में प्रभु का श्रृंगार सिंगापुर और थाईलैंड में बैठे लोग देख सकेंगे
कानपुर, अमृत विचार। जन्माष्टमी के लिए 5 हजार चांदी के लड्डू गोपाल लोगों के घर पहुंच चुके हैं। बाजार में आए 10 ग्राम चांदी के आकर्षक बाल गोपाल ने भक्तों को खूब रिझाया है। चांदी की बांसुरी और रत्न जड़ित कंगन भी छटा बिखेर रहे हैं।
चौक सराफा के कारोबारियों ने बताया कि इस बार छोटे लड्डू गोपाल की खूब खरीदारी हुई है। 8 सौ रुपये कीमत वाले रंगीन लड्डू गोपाल लोगों ने खूब पसंद किए है।
कानपुर महानगर बुलियन एंड सराफा एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जलज द्विवेदी ने बताया कि बाजार में इस बार चांदी के झूले के मुकाबले छोटे लड्डू गोपाल की मांग अधिक है। चांदी के आभूषण और मुकुट भी खूब बिक रहे हैं। महानगर बुलियन एंड सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष आशू शर्मा ने बताया कि बाजार में प्रभु के चांदी के आभूषणों का सेट 25 सौ रुपये में है।
सिंगापुर और थाईलैंड के फूलों से शृंगार
जन्माष्टमी पर इस्कॉन मंदिर में प्रभु का शृंगार करने के लिए सिंगापुर और थाईलैंड से फूल मंगाए गए हैं। सोमवार को होने वाले प्रभु जन्म के दौरान 56 तरह के फलों के रस का 151 कलश से अभिषेक किया जाएगा। इस बीच रॉक बैंड भक्तों को झुमाएंगे।
सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले सफेद रंगे के आर्केड के फूलों के बीच प्रभु के नीले रंग के रत्न जड़ित वस्त्र रोशनी में भव्यता बिखेरेंगे। मंदिर के मीडिया प्रभारी प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि जन्मोत्सव पर मंदिर में ‘कृष्ण रॉक बैंड’ भाजन गाएगा। मायापुर डॉट टीवी के जरिए 84 देशों में 24 घंटे लाइव प्रसारण किया जाएगा। इस्कॉन के प्रदेश प्रवक्ता कुर्मावतार दास ने बताया इस सुविधा से शहर के विदेशों में रहने वाले भक्तों को प्रभु के दर्शन हो सकेंगे।
जेके मंदिर में अमरनाथ और वैष्णो देवी गुफा
प्रभु जन्मोत्सव पर जेके मंदिर में भक्तों को वैष्णो देवी व अमरनाथ गुफा के दर्शन होंगे। मंदिर के मीडिया प्रभारी नरेंद्र विष्ट ने बताया कि मंदिर में दोनों धार्मिक स्थलों की छवि का हूबहू उतारा जा रहा है। 25 से 31 तक चलने वाले आयोजनो में भक्त विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देख सकेंगे।
रासलीला और अहिल्या उद्धार
सनातन धर्म मंदिर में इस बार रामायण से जुड़ी झांकियां भी दिखेंगी। मंदिर कमेटी ने बताया कि 28 स्वचलित झांकियां देखने को मिलेंगी।
26 अगस्त को मनेगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि व्यापनी अष्टमी तिथि और रोहणी नक्षत्र में हुआ था। इस वर्ष 26 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और चंद्रमा वृषभ राशि ,रोहिणी नक्षत्र होने से एक विशेष योग निर्मित हो रहा है। इसीलिए इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी सुख, समृद्धि और मनोवांछित फल देने वाली है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त सोमवार के दिन मनाया जाएगा।