Unnao News: खोदकर छोड़ दीं सड़कें, गड्डों से हो रहे हादसे, जल जीवन मिशन योजना ने बिगाड़ी मार्गों की सूरत

जल जीवन मिशन योजना ने बिगाड़ी मार्गों की सूरत

Unnao News: खोदकर छोड़ दीं सड़कें, गड्डों से हो रहे हादसे, जल जीवन मिशन योजना ने बिगाड़ी मार्गों की सूरत

उन्नाव, अमृत विचार। जिले की 1040 ग्राम पंचायतों में जलापूर्ति के लिये 5420.6 करोड़ ख़र्च कर जल जीवन मिशन योजना जिले में एक वर्ष पहले शुरू हुयी थी। जिसमें 6 लाख 11 हजार से अधिक घरों में नल लगाने का कार्य ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से चल रहा है। 

जिसे लेकर सड़कों की खोदाई कर अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाने के बाद कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों ने गड्‌ढों को खुला छोड़ दिया है। जो बारिश में हादसों का कारण बन रहे हैं। इस गंभीर समस्या पर जिम्मेदार मौन हैं। इससे पानी तो ग्रामीणों को नहीं मिला लेकिन, उन्हें मुसीबत झेलनी पड़ रही है। हालांकि, जल निगम अफसरों का दावा है कि मरम्मत की जा रही है। वे शिकायत या जानकारी मिलने पर जल्द सही कराने का आश्वासन भी दे रहे हैं। 

जिले में 16 ब्लॉक हैं। सभी ब्लॉक की 1040 ग्राम पंचायतों में जलनिगम का काम चल रहा है। इसमें कहीं तो पानी की आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है लेकिन, ज्यादातर गावों में आपूर्ति शुरू होने की बात तो दूर वहां ओवरहेड टैंक तक नहीं बन सके हैं। अब यह कब टैंक बनेंगे और कब आपूर्ति मिलेगी यह अभी दूर की बात है। 

अब बारिश के मौसम में यह खोदी गई सड़कें ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुयी हैं। क्योंकि बारिश के चलते कीचड़ तो हो ही रहा है साथ ही गड्ढे पानी से बड़े हो रहे हैं। जिससे बाइक सवार व पैदल चलने वाले लोग गिरकर चोटहिल हो रहे हैं। साथ ही कार व अन्य वाहनों के पहिये कीचड़ व खोदे गये गड्डों में फंस रहे हैं। स्थिति यह है कि लोग घर से निकलने में डर रहे हैं। 

कई जगह पाइप लाइन बिछाने के बाद गड्‌ढों को सिर्फ मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। इससे भी हादसे बढ़ रहे हैं। जिले में कई गांव ऐसे हैं जिनमें महीनों पहले पाइपलाइन बिछायी जा चुकी हैं। कुछ में हल्की मिट्टी डालकर खाना पूर्ति कर ली गयी है। 

इनमें पुरवा ब्लॉक के भुलेमऊ, छूलेमऊ, डेला, नवाबगंज ब्लॉक के कुसुम्भी, पाली, आमरेथा, कुंजपुर, मकूर, मदूखेड़ा, बिछिया ब्लॉक के सकरन, कुईथर, पड़री कला, सरांय कटियान, बदलीखेड़ा, गजाखेड़ा व बाबा खेड़ा गांव में भी सड़कों को पाइप लाइन डालने के बाद सही नहीं किया गया। अभी तक सैकड़ों गावों में ओवरहेड टैंक भी नहीं बनाये गये हैं।

बोले जिम्मेदार…

जहां काम पूरा हो गया है वहां सड़क की मरम्मत करायी जा रही है। जो सड़क मरम्मत से बाकी हैं उनकी भी मरम्मत करा दी जायेगी। अगर कहीं से शिकायत आती है तो उसे भी दिखवाया जायेगा।- अजीत कुमार सिंह, एक्सईएन जलनिगम-उन्नाव ग्रामीण क्षेत्र

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