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गोंडा: अंतिम चरण में पहुंचा गोंडा कचहरी - करनैलगंज रेल लाइन का निर्माण कार्य
4 जुलाई को रेल संरक्षा आयुक्त करेंगे निरीक्षण
![गोंडा: अंतिम चरण में पहुंचा गोंडा कचहरी - करनैलगंज रेल लाइन का निर्माण कार्य](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/cats30.jpg)
गोंडा, अमृत विचार। गोंडा-बुढ़वल के बीच चल रहे तीसरी लाइन के निर्माण कार्य के प्रथम चरण में कराया जा रहा गोंडा कचहरी-करनैलगंज रेल लाइन का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। 23.65 किमी लंबी इस निर्माणाधीन रेल लाइन का चार जुलाई को रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे। इस लाइन के बन जाने से न सिर्फ लाइन छमता में बढोत्तरी होगी बल्कि यात्रा समय में भी काफी बचत होगी।
लखनऊ गोरखपुर रेलखंड पर ट्रेनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे गोंडा से बुढ़वल रेलवे स्टेशन के बीच तीसरी रेल लाइन का निर्माण करा रहा है। 61.72 किमी लंबी इस रेल लाइन के निर्माण पर 714.34 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। योजना के पहले चरण में गोंडा कचेहरी से करनैलगंज के बीच 23.65 किमी की रेल लाइन बिछाई जा रही है। यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसका निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है। चार जुलाई को रेल संरक्षा आयुक्त इस निर्माणाधीन रेल लाइन का निरीक्षण करेंगे।
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विभाग की मंशा है कि जल्द से जल्द इस निर्माण को पूरा कर लिया जाए ताकि इस मार्ग पर ट्रेनों के आवागमन को सुगम बनाया जा सके। गोरखपुर लखनऊ रेलमार्ग सबसे व्यस्ततम मार्गों में गिना जाता है। वर्तमान में इस रेल मार्ग पर करीब 75 जोड़ी से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है। ऐसे में ट्रेने अक्सर लेट हो जाती हैं लेकिन इस तीसरी लाइन के निर्माण के बाद इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है। इस लाइन के बन जाने से न सिर्फ लाइन छमता में बढोत्तरी होगी बल्कि यात्रा समय में भी काफी बचत होगी इससे सीधे तौर पर यात्रियों को फायदा होगा।
4 जुलाई तक परिवर्तित मार्ग से चलाई जा रही हैं ट्रेनें
अमृत विचार: गोंडा-बुढ़वल तीसरी लाइन निर्माण कार्य के चलते आगामी 4 जुलाई तक करनैलगंज रेलवे स्टेशन पर सभी गाड़ियों के ठहराव पर रोक लगायी गयी है। इस रोक के बाद ट्रेनों को बदले रूट से चलाया जा रहा है। यात्रियों को करनैलगंज के बजाय जरवल से ट्रेन पकड़नी पड़ रही है। उम्मीद है कि चार जुलाई तक चल रहा कार्य पूरा हो जायेगा। इसके बाद ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जायेगा।