बरेली: नाले से कब्जा हटाने गई पालिका और तहसील की टीम से नोकझोंक

एसडीएम ने गुस्साए लोगों को शांत कराया, भूमि की दोबार पैमाइश के दिए निर्देश

बरेली: नाले से कब्जा हटाने गई पालिका और तहसील की टीम से नोकझोंक

आंवला/बरेली, अमृत विचार। कस्बे के मोहल्ला नालापार में नाले से अतिक्रमण हटाने गई नगर पालिका और तहसील की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों से टीम की तीखी नोकझोंक हुई। एसडीएम ने पहुंचकर मामला शांत कराया। उन्होंने दूसरी टीम गठित कर दोबारा भूमि की पैमाश कराने की बात कही है।

कस्बा के लेखपाल सुमोद कुमार के अनुसार नालापार पर अतिक्रमण को लेकर पालिका की ओर से तहसील को एक पत्र आया था। इसपर अधिकारियों ने टीम गठित की थी। करीब आठ दिन पूर्व टीम ने पैमाइश कर निशान लगाए थे। मौके पर नाले की जगह पर दिवार बनी हुई मिली थी। बुधवार शाम अधिशासी अधिकारी जितेंद्र कुमार पालिका और तहसील की टीम के साथ दो जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची।

जेसीबी से अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो वहां मौजूद लोगों ने विरोध किया। नालापार निवासी शमशाद खान ने बताया कि यह जमीन उन्होंने खरीदी है। उनका आरोप है कि चेयरमैन बसपा से लोकसभा चुनाव लडे़ थे। उन्होंने सपा को वोट दिया था। इस वजह से चेयरमैन नाराज हैं। इसी रंजिश में उनकी जगह को अतिक्रमण बताकर छति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

पालिका टीम ने दीवार तोड़नी शुरु की तो लोग आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। टीम ने पुलिस बुला ली। इस दौरान टीम से लोगों की नोकझोंक हुई। सूचना पर पहुंचे एसडीएम नहनेराम ने लोगों को शांत कराया। एसडीएम ने लोगों को थाने बुलाया और उनसे वार्ता की। एसडीएम ने दूसरी टीम गठित कर खुद की मौजूदगी में शनिवार को पुनः पैमाइश कराने की बात कही है।

उक्त जगह नाले की है। नाला बंद होने से शहर और बारिश के पानी का निकास बंद हो जाएगा। तहसील टीम ने पैमाइश कर निशान लगाए थे। सरकारी जमीन पर किसी को भी कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। वोट को लेकर नाराजगी का आरोप निराधार है-सय्यद आबिद अली, चेयरमैन, नगर पालिका आंवला

टीम गठित कर नाले की पैमाइश कराई गई थी। चार लोगों ने नाले की जगह में दीवार बनाकर अतिक्रमण कर लिया है। शनिवार को पुनः पैमाइश कराकर अतिक्रमण हटवाया जाएगा-नहनेराम, एसडीएम आंवला

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