चम्पावत में 350 करोड़ की लागत से बनेगा गोल्ज्यू कॉरिडोर 

चम्पावत में 350 करोड़ की लागत से बनेगा गोल्ज्यू कॉरिडोर 

टनकपुर, अमृत विचार। मास्टर प्लान के अन्तर्गत अनेक विकास कार्य प्रस्तावित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणाओं के तहत विभिन्न कार्यों को शामिल कर बृहद कार्य योजना तैयार की जा रही है। एडीबी सहायतित परियोजना के अंतर्गत चम्पावत की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के निर्माण को लेकर सचिव राजस्व परिषद व चम्पावत के प्रभारी सचिव चंद्रेश यादव ने नगरपालिका सभागार चम्पावत में अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की। 

चम्पावत जिला मुख्यालय के लिए यूयूएसडीए के माध्यम से एडीबी सहायतित परियोजना में जिला मुख्यालय में पेयजल व्यवस्था निर्बाध रूप से सुचारू करने व पेयजल क्षमता को दोगुना करने के लिए तैयार प्रस्ताव व  आदि की समीक्षा की गई। प्रस्तावित परियोजना के सम्बंध में परियोजना प्रबंधक अंकित आर्य ने बताया कि जिला मुख्यालय में वर्तमान में जल संचय क्षमता 1730 किलोलीटर से बढ़ाकर उसे दोगुना 3500 किलोलीटर किया जाएगा।

इसके लिए 160 किलोमीटर पेयजल लाइन व 3.5 एमएलडी जल शोधन संयंत्र स्थापित किया जायेगा, जिससे स्वचालित वितरण प्रणाली के साथ  ही जनता को पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए 164.29 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त है। कार्य आगामी जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जाएगा।

बैठक में गौरलचौड़ क्षेत्र के विकास के लिए स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण, गोल्ज्यू कॉरिडोर का निर्माण, मल्टी स्टोरी पार्किंग, मनोरंजन/फनजोन, फूड जोन, होटल का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना की डीपीआर उत्तराखण्ड पेयजल निर्माण निगम के माध्यम से तैयार की जा रही है। गौरलचौड़ मैदान में 400 मीटर ट्रैक के स्टेडियम के साथ ही बहुउद्देशीय हॉल, पार्किंग सुविधा, हॉकी फील्ड, बैडमिंटन हॉल के साथ ही कैफिटेरिया एरिया रखी गई है। परियोजना अंतर्गत गोल्ज्यू कोरिडोर भी बनाया जाएगा जिसके अन्तर्गत मंदिर क्षेत्र का विकास, सौन्दर्यीकरण आदि के कार्य किए जाएंगे। साथ ही गौरल देवता की बड़ी प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। 

इसको लेकर सचिव चंद्रेश यादव ने कहा कि शीघ्र डीपीआर शासन को प्रस्ताव भेजें। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की प्रथम अनुमानित लागत लगभग 350 करोड़ है। तीसरी परियोजना के तहत चम्पावत मुख्यालय में स्थित बस अड्डे में बहुउद्देशीय बस टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है।

जिसकी डीपीआर उत्तराखण्ड पेयजल निर्माण निगम द्वारा तैयार की गई है। जिसे प्रस्तुतीकरण के माध्यम प्रस्तुत किया गया। जिसके अन्तर्गत वर्तमान बस अड्डे में बहुउपयोगी बस टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है। जिसमें 12 बसें एक साथ रुकने की क्षमता होगी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 70 करोड़ रुपये रखी गई है। बैठक में जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, यूयूएसडीए के अपर कार्यक्रम निदेशक विनय मिश्रा, उप कार्यक्रम निदेशक संजय तिवारी, एसडीएम सदर सौरभ असवाल आदि मौजूद रहे।