अमेठी: रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठी महिलाएं, एसडीएम ने दिया आश्वासन

अमेठी: रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठी महिलाएं, एसडीएम ने दिया आश्वासन

अमेठी, अमृत विचार। तहसील क्षेत्र के तिवारीपुर मजरे करनाईपुर गाँव निवासी आधा दर्जन महिलाएं अपने बच्चों के साथ मंगलवार को रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर उमस भरी गर्मी में अमेठी एसडीएम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दी। महिलाओं के आमरण अनशन पर बैठते ही तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया। अमेठी एसडीएम आशीष कुमार सिंह ने महिलाओं से बात करते हुए 1 घंटे के अंदर रास्ता खुलवाने का आश्वासन दिया।

जिस पर महिलाओं ने रास्ता खुलने के बाद अनशन समाप्त करने की बात कही। संग्रामपुर थाना क्षेत्र के तिवारीपुर मजरे करनाईपुर निवासी महिला सुधा पत्नी कृष्ण कुमार कोरी पिछले दो सालों से समाधान दिवस से लेकर थाना दिवस व उपजिलाधिकारी तथा राजस्व विभाग से रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दे रही थी। 

लेकिन राजस्व लेखपाल व टीकरमाफी चौकी पुलिस की हीलाहवाली के चलते पीड़ित को आने जाने का रास्ता नहीं मिल पा रहा था। जिस पर पीड़ित महिला द्वारा बीते दिनों एक बार फिर अमेठी एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर रास्ता खुलवाने की मांग की गई थी। और रास्ता न खुलने पर 25 जून से बुजुर्ग सास व बच्चों संग आमरण अनशन की बात कही थी।

पीड़ित महिला सुधा का आरोप है कि उसके पड़ोसी द्वारा सार्वजनिक मार्ग से उसका निकास-पैठार सीमेंट पिलर गाड़कर उसमें तार बांधकर बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया गया है। पिछले ढाई वर्षों से वह बीसों प्रार्थना पत्र दे चुकी है लेकिन स्थानीय पुलिस व तहसील प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। थक हारकर तहसील प्रशासन की संवेदनहीनता और पक्षपातपूर्ण रवैया से क्षुब्ध व मजबूर होकर आज मैं अपने छोटे छोटे बच्चों और बुजुर्ग सास के साथ आमरण अनशन पर बैठी हूँ।

मेरी भी आवाज सुनी जाय की गुहार 

वहीं पीड़ित महिला ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरी आवाज सुनी जाय का बैनर पोस्टर लेकर न्याय की गुहार लगाई है। जिसके बाद तहसील प्रशासन सकते में आ गया। अमेठी एसडीएम आशीष कुमार सिंह ने पीड़ित महिला व उसके परिवार से बात करते हुए अनशन समाप्त करने की बात कही गई और एक घण्टे के अंदर रास्ता खुलवाने के आश्वासन दिया गया।

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