बरेली: बच्चों को डांटना इमाम के लिए पड़ा भारी, परिजन ने बनाया बंधक...झूठा मुकदमा लिखाने का आरोप

बरेली: बच्चों को डांटना इमाम के लिए पड़ा भारी, परिजन ने बनाया बंधक...झूठा मुकदमा लिखाने का आरोप

बरेली, अमृत विचार। तालीम देने के दौरान ठीक से नहीं पढ़ने और लापरवाही करने पर बच्चों को डांटना इमाम के लिए भारी पड़ गया। आरोप है कि बच्ची के परिजन उसे पीटते हुए जबरन अपने घर ले गए और बंधक बनाकर रखा। इमाम ने परिजन को समझाया भी कि ठीक से पढ़ाई न करने पर उसने बच्चों को डांटा था, लेकिन परिजनों ने उसकी एक न सुनी और उसके खिलाफ पास्को एक्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया। 

आरोप है कि बड़ी मुश्किल से वहां के 100 से 150 लोगों ने आरोपियों को समझाकर उसे छुड़ाया। वहीं इस मामले में आज इमाम के समर्थन में आईएमसी पदाधिकारी एसएसपी से मिले और निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।

बता दें, चांद्वार ओवरी सैदपुर थाना असमोली जिला संभल के रहने वाले हाफिज स्वाले हसन उर्फ सालेह हसन सात साल से किला के लीची बाग बड़ी मस्जिद में इमाम है। वह चार से पांच बजे तक मस्जिद में छोटे छोटे बच्चों को तालीम देता है।

 वह इमामत करने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाता भी है। 30 मई 2024 को पढ़ाई न करने पर कुछ बच्चों को उसने डांट दिया। जिससे एक बच्ची के परिवार वाले मस्जिद में आए और उसके साथ मारपीट की और उसे अपने घर ले जाकर बंधक बना लिया। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। मामले में आज इमाम के समर्थन में आईएमसी पदाधिकारियों ने एसएसपी से मिलकर घटना से अवगत कराकर जांच की मांग की है।

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