बाराबंकी: डिजिटल बेस होगी किसान रजिस्ट्री, मिलेगा कृषि योजनाओं का लाभ

पहले चरण में सम्मान निधि पाने वाले किसानों का शामिल होगा डाटा, चूके तो अगली बार नहीं मिलेगी सम्मान निधि, 31 जुलाई तक का समय

बाराबंकी: डिजिटल बेस होगी किसान रजिस्ट्री, मिलेगा कृषि योजनाओं का लाभ

बाराबंकी, अमृत विचार। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त नई व्यवस्था के तहत किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। जिसके तहत सरकार ने दिसंबर की किस्त के लिए फार्मर रजिस्ट्री को अनिवार्य कर दिया है। 30 सितंबर तक हर हाल में किसानों को फार्मर रजिस्ट्री में अनिवार्य रूप से सम्मिलित होना होगा।

जिसके लिए राजस्व और कृषि विभाग संयुक्त रूप से काम करेंगे। यही नहीं फार्मर रजिस्ट्री एप पर किसान के साथ उसके खेत की संबंधी जानकारी दर्ज होगी। सीधे तौर पर यह कहा जाए कि किसान से जुड़ी हर योजना के साथ बीमा आदि का लाभ भी इसी एप में दर्ज ब्योरे के आधार पर होगा।

केंद्र सरकार की इस नई व्यवस्था में सबसे पहले उन किसानों का डाटा इस फार्मर रजिस्ट्री एप पर जोड़ा जाएगा जिन्हें किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। इसके बाद अन्य किसानों को इसमें शामिल किया जाएगा। यह एक बुनियादी रजिस्ट्री होगी, जिसमें किसानों का पूरा विवरण दर्ज होगा। किसान रजिस्ट्री किसानों का डिजिटल डाटा बेस होगा। इसमें किसान की यूनिक आईडी बनाई जाएगी। इसके लिए खसरा खतौनी में दर्ज अभिलेख का उपयोग किया जाएगा।

नई व्यवस्था के अनुसार, यदि कोई किसान या उसका परिवार किसान रजिस्ट्री अभियान के तहत अपना नाम दर्ज नहीं कराता है तो उसे भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त समेत अन्य योजनाओं के लाभ नहीं मिलेंगे। यही नहीं एक बार डाटा तैयार होने के बाद भविष्य में किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए अलग से सत्यापन नहीं करवाना होगा। किसानों को इसके माध्यम से योजनाओं का लाभ तो मिलेगा।

वहीं, कृषि वैज्ञानिकों से खेती से संबंधित सलाह भी ले सकेंगे। खेत की मिट्टी और जलवायु के हिसाब से कौन सी फसल बोनी चाहिए, किस किस्म का बीज खरीदना चाहिए, बेहतर पैदावार के लिए कितना खाद, पानी और दवा की जरूरत है, इसकी भी जानकारी आसानी से की जा सकेगी। फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से विभिन्न फसलों के संभावित उत्पादन एवं वास्तविक उत्पादन के आंकड़े भी आसानी से जुटाए जा सकेंगे।

इसके अलावा कृषि उत्पादों का विपणन भी सुविधाजनक होगा। साथ ही किसानों के लिए कृषि ऋण, वित्त सहित अन्य सेवा को सुगमता से उपलब्ध कराना संभव होगा। पहला चरण एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा।। वहीं किसान अपने आप भी मोबाइल एप के जरिए अथवा जन सुविधा केंद्रों पर जाकर फार्मर रजिस्ट्री तैयार कर सकेंगे।

4.10 लाख किसानों को मिली सम्मान निधि

इस बार जिले के 4 लाख 10 हजार किसानाें को छह-छह हजार रुपये के हिसाब से उनके खातों में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त भेजी गई है। जबकि इसके पहले चार लाख 69 हजार किसानों को लाभ मिला था लेकिन इस बीच करीब 60 हजार किसानों द्वारा अपने खाते का केवाईसी न कराए जाने से इस बार उन्हें सम्मान निधि से वंचित होना पड़ा रह है।

अब इसके बाद फार्मर रजिस्ट्री एप पर भी सम्मान निधि पा रहे किसानों को अपना डाटा अपलोड कराना होगा। अन्यथा दिसंबर में मिलने वाली किस्त से वंचित होना पड़ेगा। बताते हैं कि अगर एक किसान की भूमि चार स्थानों पर हैं तो इस एप पर उसकी चारों जगह की भूमि को एक स्थान पर दर्ज किया जाएगा। और उसका डाटा तैयार किया जाएगा।

पहले चरण में 31 जुलाई तक सम्मान निधि पाने वाले किसानों को अपना ब्योरा फार्मर रजिस्ट्री एप पर दर्ज कराना होगा। दूसरे चरण में अन्य किसानों को इसमें शामिल किया जाएगा। फार्मर रजिस्ट्री एप पर अगर किसाना का डाटा नहीं होगा तो सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिलेगी साथ ही अन्य कृषि व बीमा आदि से संबंधी लाभ भी नहीं मिल सकेंगा..,श्रवण कुमार, उपनिदेशक, कृषि विभाग।

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