शाहजहांपुर: इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजेश कश्यप का नामांकन खारिज

शाहजहांपुर: इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजेश कश्यप का नामांकन खारिज

शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजेश कश्यप का नामांकन शुक्रवार को खारिज कर दिया। सपा की ओर से ज्योत्सना को चुनाव चिह्न जारी होने और निर्दलीय हो जाने के बाद भी 10 प्रस्तावक नहीं होने के चलते राजेश का नामांकन खारिज किया गया है।

राजेश ने इसे गेम बताया है और सोच विचार कर आगे की रणनीति बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले राजपाल कश्यप ने पार्टी की ओर से लाया गया दूसरा लेटर दाखिल कर दिया, जिसमें ज्योत्सना को पहला प्रत्याशी बना दिया गया था। जबकि उन्हें दूसरा प्रत्याशी बना दिया गया था। जब वह दूसरे प्रत्याशी घोषित हुए तो उन्हें 10 प्रस्तावकों की आवश्यकता थी जबकि उन्होंने दो ही प्रस्तावक दाखिल किए थे। जिसके चलते उनका नामांकन खारिज करने की बात निर्वाचन अधिकारी की ओर से कही गई है। सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खान ने बताया कि इस संबंध में उन्हें राजेश कश्यप ने नहीं बताया है, उन्हें मीडिया से पता चला है।   

बता दें कि राजेश कश्यप के नामांकन पत्र खरीदने से पहले ही उनके अनुसूचित जाति के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठने लगे थे। कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में कश्यप जाति के लोग ओबीसी में आते हैं। ऐसे में राजेश कश्यप एससी बिरादरी से कैसे हो सकते हैं। यह भी कहा गया था कि राजेश कश्यप के परिवार के कुछ लोग खुद को ओबीसी जाति का बताते हैं। ऐसे में एक ही परिवार के लोग अलग-अलग जाति प्रमाण पत्र कैसे रख सकते हैं। परिवार का एक व्यक्ति ओबीसी और दूसरा एससी कैसे हो सकता है। 

इसके साथ ही एक अन्य कद्दावर महिला नेता के सपा से उतरने को लेकर भी चर्चा हो रही थी। कहा जा रहा था कि राजेश का टिकट काट कर इस महिला नेता को दे दिया जाएगा। इसके बाद सपा ने हरदोई निवासी ज्योत्सना गौंड को अपना प्रत्याशी बताते हुए नामांकन करा दिया था। ऐसे में राजेश की उम्मीदवारी पर शुरुआत से ही तलवार लटक रही थी, जो शुक्रवार को सच साबित हुई। जांच के पहले राउंड में ही राजेश कश्यप के नामांकन को खारिज कर दिया गया। इस दौरान राजेश कलेक्ट में मौजूद थे। चेहरे पर निराशा का भाव लिए वह मैदान से चले गए।

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