बरेली: अपराधियों को पूरी आजादी! एक और बंदी ने सेंट्रल जेल में खींचा फोटो फेसबुक पर डाला, लिखा- कुछ लोगों का गुरूर तोड़ना है
दो लाख का इनामी था कुख्यात शूटर समीर खान उर्फ राका, 11 मार्च को जमानत पर रिहा होने के बाद पोस्ट किए थे फोटो
बरेली, अमृत विचार। सख्त कानून-व्यवस्था के दावे की जेलों में धज्जियां उड़ाए जाने के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले सेंट्रल जेल- 2 में एक बंदी ने अपना वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था, अब दो लाख के एक इनामी रहे सेंट्रल जेल के बंदी ने भी हीरो जैसे अंदाज में खींचे गए अपने कई फोटो फेसबुक पर पोस्ट किए हैं जिनमें एक सेंट्रल जेल का भी है। जेल अधीक्षक ने इस फोटो को पुराना बताया है लेकिन स्वीकार किया है कि उसे मोबाइल पर जेल के अंदर ही खींचा गया है।
फोटो फेसबुक पर पोस्ट करने वाला बंदी समीर खान ने दिसंबर 2017 में फैजाबाद में अनंत बहादुर नाम के ठेकेदार की हत्या की कोशिश की थी जिसके बाद अक्टूबर 2018 में गिरफ्तार हुआ था। अपराधों की पहले से उसके खिलाफ लंबी फेहरिस्त थी। बरेली की सेंट्रल जेल में काफी समय बंद रहने के बाद वह 11 मार्च को जमानत पर रिहा हुआ था। 11 मार्च को ही उसने कई फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर दिए। इनमें एक फोटो बरेली सेंट्रल जेल के अंदर का है तो दूसरे फोटो में वह एक बावर्दी पुलिस वाले के साथ किसी रेस्टोरेंट में बैठा नजर आ रहा है। एक और फोटो में वह जेल के गेट पर भीड़ के बीच खड़ा दिख रहा है।
राका के फोटो वायरल होने से एक बार फिर पुष्टि हो गई है कि जेलों में अपराधियों को कितनी आजादी हासिल है। मामला तब खुला जब एक महिला ने इसकी शिकायत डीजीपी, डीजी जेल और बरेली पुलिस के अधिकारियों को ट्वीट करके की। शिकायत करने वाली महिला ने लिखा है- बरेली सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधी समीर उर्फ राका अपनी हाई सिक्योरिटी बैरक के सामने फोटो खिंचवाकर रौब झाड़ रहा है। जाहिर है कि फोटो खींचने के लिए मोबाइल का उपयोग किया गया है... तो क्या इन अपराधियों को जेल के अंदर मोबाइल की भी सुविधा दी रही है।
कुख्यात शूटर है राका, कई जिलों की पुलिस की ओर से घोषित था इनाम
समीर खान उर्फ राका लखनऊ के कुख्यात अपराधी शिवेंद्र का साथी है और उसके साथ बतौर शूटर काम करता है। अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले शिवेंद्र के साथ वह भी हॉकी का खिलाड़ी था और लखनऊ स्पोर्ट्स कॉलेज का छात्र भी रह चुका है। 2018 में गिरफ्तार होने से पहले राका पर फैजाबाद पुलिस ने 50 हजार, प्रतापगढ़ पुलिस ने एक लाख, लखनऊ और सुल्तानपुर की पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। सेंट्रल जेल में खींचा गया उसका फोटो वायरल होने से साफ हो गया है कि पैसों के दम पर कुख्यात अपराधी जेलों में भरपूर सुख-सुविधाएं हासिल कर रहे हैं।
लिखा- कुछ लोगों का गुरूर तोड़ना है
समीर खान उर्फ राका ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए फोटो के साथ लिखा है- ''''मशहूर होने का शौक नहीं, कुछ लोगों का गुरूर तोड़ना है''''। एक डायलॉग वीडियो में भी बोला है, ''''तुम क्या करना चाहते हो जीवन में, इस बात का पता तुम्हारे साये को भी नहीं होना चाहिए क्योंकि दुनिया एक चीज के लिए तैयार बैठी है डिस्टर्ब करने के लिए''''।
सेंट्रल जेल- 2 में भी शूट हुआ था वीडियो, अब तक पता नहीं कहां से आया मोबाइल
इससे पहले 14 मार्च 2024 को सेंट्रल जेल- 2 के बंदी आसिफ का वीडियो वायरल हुआ था जो शाहजहांपुर के ठेकेदार राकेश की हत्या के आरोप में बंद था। उस वीडियो में उसने दावा किया था कि वह मौज में है, बड़ों का आशीर्वाद है, जल्द ही जेल से बाहर आने की बात कह रहा है। आरोपी आसिफ जेल को स्वर्ग बताते हुए वीडियो में कह रहा था कि वह स्वर्ग में मौज ले रहा है। यह वीडियो वायरल होने के बाद शासन तक हलचल हुई थी। डीआईजी जेल को जांच सौंपी गई। कुछ लोगों को शक के आधार पर सस्पेंड तो किया गया लेकिन यह पता अबतक नहीं लग पाया कि आसिफ के पास मोबाइल फोन कैसे पहुंचा था।
फोटो जेल का ही है, लेकिन पुराना है। इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी- अविनाश गौतम, जेल अधीक्षक सेंट्रल जेल।
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