बरेली: जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद हार गया गुलफाम, बदायूं SSP दफ्तर में खुद को लगाई थी आग
बरेली, अमृत विचार। बदायूं में एसएसपी कार्यालय में आत्मदाह करने वाले युवक की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी, जिसके कारण उसने आत्मघाती कदम उठाया। 11 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद वह हार गया।
मामला बदायूं के मोहल्ला नई सराय का है। 35 वर्षीय गुलफाम अहमद की रविवार को मौत हो गई। उसने 1 जनवरी को एसएसपी कार्यालय में खुद को आग लगा ली थी, जिसमें उसका 75 प्रतिशत से अधिक शरीर जल गया था। बरेली के राममूर्ति मेडिकल कॉलेज में 11 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद रविवार को उसने दम तोड़ दिया।
ये था मामला
गुलफाम अहमद पुलिस की कार्रवाई न करने से आहत था। पूरा मामला इस प्रकार है कि गुलफाम की पत्नी सनोबा से विवाद चल रहा था। सनोबा ने गुलफाम पर कई मामले दर्ज करा दिए थे। सनोबा के पांच भाइयों ने गुलफाम को अपने घर बुलाकर कमरे में बंधक बना लिया और उसे बुरी तरह पीटा। इसके बाद उन्होंने उसका ई-रिक्शा और मोबाइल लूट लिया। गुलफाम इसके खिलाफ लगातार एसएसपी ऑफिस, सीओ ऑफिस और थाना कोतवाली के चक्कर लगाता रहा, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गुलफाम के आत्मदाह के प्रयास के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। एसएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने सदर कोतवाल राकेश कुमार सिंह सहित तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया था।।
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