शाहजहांपुर: जंगल में आग बुझाने के दौरान बाचड़ की मौत

शाहजहांपुर: जंगल में आग बुझाने के दौरान बाचड़ की मौत

शाहजहांपुर,खुटार,अमृत विचार। सिहुरा बीट के सरायं जंगल में शनिवार दोपहर आग बुझाने के दौरान बाचड़ की मौत हो गई।अंदाजा लगाया जा रहा है कि आग बुझाने के दौरान धुएं में सांस लेने के दौरान सांसे थम गई। मौके पर मृतक के परिजनों के साथ ही वन विभाग के कर्मचारी और पुलिस भी पहुंची।

घटना के बारे में पुलिस ने जानकारी कर मौत की असली वजह जानने के लिए शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।
गांव महुआ पिमई के रहने वाले कृष्णपाल करीब 25 वर्षों से वन विभाग बाचड़ के तौर पर काम करते आ रहे थे।

उनकी पत्नी सत्यवती ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब 12 बजे पूरनपुर मार्ग पर लौहगांपुर में सिहुरा बीट के सरायं जंगल में आग लग गई। उनके पति घर पर खाना खा रहे थे। तभी किसी का फोन आया कि जंगल में अचानक आग लग जाने से पेड़, पौधे जल रहे हैं। पति को मौके पर बुला लिया गया।

जबकि उनके साथ अन्य लोग आग बुझा रहे थे। आग बुझाने के दौरान उनकी मौत हो गई। साथियो ने जंगल में संदिग्ध परिस्थितियों में कृष्णपाल को पड़ा देखा, तो वन विभाग के साथ ही परिजनों को सूचना दी। खबर लगते ही घर में कोहराम मच गया। घटनास्थल पर वन रक्षक संतोष गौड़ टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

साथ ही उनकी पत्नी सत्यवती, पुत्र छत्रवीर, देव सिंह पहुंच गए। जहां कृष्णपाल का शव जंगल में पड़ा था लेकिन वह आग की चपेट में नहीं आए थे। कृष्णपाल की मौत कैसे हुई यह लोगों के मन में खटकने लगा। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और परिजनों से पूछताछ की। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शाम करीब पांच बजे बारिश होने लगी, जिससे आग बुझ गई।

सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचा था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि आग बुझाने के दौरान धुएं में दम घुटने से बाचड़ की मौत हुई है, फिर भी मौत का कारण जानने के लिए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।---संजय कुमार, थानाध्यक्ष खुटार

विभागीय काम से गया हुआ था। मामले की जानकारी होने पर वन रक्षक को मौके पर भेजा गया था। मैं भी मृतक के घर पहुंच रहा हूं।---मनोज श्रीवास्तव, रेंजर खुटार