बरेली: 'मरी हुई खाल से लोहा भस्म हो जाता है मैं तो जिंदा हूं', भाजपा नेताओं के बीच हुई गर्मागर्मी

वरिष्ठ नेता ने शहर के नेता पर लगाया उनके बारे में माहौल बिगाड़ने का आरोप

बरेली: 'मरी हुई खाल से लोहा भस्म हो जाता है मैं तो जिंदा हूं', भाजपा नेताओं के बीच हुई गर्मागर्मी

बरेली, अमृत विचार। दो अप्रैल को प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करने आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बरेली इंटर कॉलेज का मैदान देखने पहुंचे भाजपा के दो बड़े नेताओं के बीच अच्छी-खासी नोकझोंक के बाद तीखी बहस हो गई। गर्मागर्मी के बीच एक वरिष्ठ नेता ने शहर के दूसरे नेता पर उनको लेकर पार्टी में माहौल बिगाड़ने समेत कई आरोप जड़ डाले और आखिर में यह तक कह डाला कि मरी हुई खाल से लोहा तक भस्म हो जाता है, मैं तो जिंदा हूं।

मुख्यमंत्री का दो अप्रैल को पीलीभीत और बदायूं के बाद बरेली में प्रबुद्ध सम्मेलन में भाग लेने का कार्यक्रम तय हो चुका है। इसी के लिए शुक्रवार शाम पांच बजे सांसद संतोष गंगवार, मेयर उमेश गौतम, वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार, विधायक संजीव अग्रवाल, डॉ. एमपी आर्य, डॉ. डीसी वर्मा, पूर्व विधायक बहोरनलाल मौर्य, जिला प्रभारी देवेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना और पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार समेत कई नेता बरेली इंटर कॉलेज मैदान पर व्यवस्थाएं देखने पहुंचे थे। पुलिस और प्रशासन के कई अफसर भी मौजूद थे। तय हो रहा था कि सम्मेलन स्थल पर सोफे कहां डाले जाएंगे और वीआईपी के आने का क्या रास्ता ठीक रहेगा।

इनमें से कई नेता पहले से बरेली इंटर कॉलेज के मैदान पर मौजूद थे। बातचीत चल रही थी कि इसी बीच शहर के एक नेता पहुंचे। उन्हें देखते ही वरिष्ठ नेता का चेहरा तमतमाना शुरू हो गया और फिर वह अचानक बिफर पड़े। उन्होंने शहर के नेता पर टिकट को लेकर पार्टी में माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। कहा कि हर तरफ यह बात फैलाई गई कि वह चुनाव में उन्हें टिकट दिला सकते थे, लेकिन उन्होंने उनसे नहीं कहा इसलिए उन्होंने कोशिश नहीं की। वरिष्ठ नेता ने इस पर शहर के नेता से जवाब मांगा तो वह सकपका गए। बोले, उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही है लेकिन वरिष्ठ नेता का उनकी इस सफाई पर भी गुस्सा कम नहीं हुआ।

उन्होंने स्थानीय नेतृत्व पर भी उनके विरोध में माहौल बनाने में शामिल होने की बात कहकर नाराजगी जताई। बोले, मरी हुई खाल से लोहा तक भस्म हो जाता है, मैं तो जिंदा हूं। आमतौर पर बेहद शांत रहने वाले वरिष्ठ नेता का यह रूप देखकर कॉलेज ग्राउंड पर मौजूद दूसरे नेता भी सन्नाटे में रह गए। एकाएक माहौल इतना गरमा गया कि कुछ देर पहले तक एकसाथ खड़े नेता इधर-उधर होने लगे। अफसरों ने भी अलग खिसकना शुरू कर दिया।

बाद में वन मंत्री के आवास पर बनी छत्रपाल को जिताने की रणनीति
बरेली इंटर कॉलेज ग्राउंड पर वरिष्ठ नेता को शांत करने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। कुछ देर में वह खुद ही शांत हुए। गरमाया माहौल ठंडा होने में कुछ समय लगा। इसके बाद सभी नेता बरेली इंटर कॉलेज से वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार के आवास पर बैठे। यहां माहौल पूरी तरह सामान्य रहा। भाजपा नेताओं ने यहां बरेली से प्रत्याशी घोषित किए गए छत्रपाल सिंह गंगवार को जिताने की रणनीति पर भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 अप्रैल को बरेली में प्रबुद्ध सम्मेलन करेंगे। वह पीलीभीत बदायू के बाद बरेली आयेंगे। मुख्यमंत्री की सभा बरेली इंटर कॉलेज में होगी। उसी सभा स्थल पर कहां सोफे पड़ेंगे। कहां से वीआईपी आयेंगे। यह व्यवस्था देखने के लिए बीजेपी नेताओं का दल कॉलेज पहुंचा था।

शाम लगभग 5 बजे के बाद नेता वहां पहुंचे थे। इनमे सांसद संतोष गंगवार, मंत्री डॉ. अरुण कुमार,मेयर डॉ.  उमेश गौतम, विधायक संजीव अग्रवाल, डॉ.  एमपी आर्या, डॉ.  डी सी वर्मा, पूर्व विधायक बहोरन लाल मौर्य, जिला प्रभारी देवेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष पवन शर्मा, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, राजकुमार शर्मा आदि कई नेता और अफसर भी मौजूद थे।

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