रुद्रपुर: पंजाब, हरियाणा के नहीं, बल्कि लोकल स्तर के हो सकते हैं बाबा तरसेम के कातिल

रुद्रपुर: पंजाब, हरियाणा के नहीं, बल्कि लोकल स्तर के हो सकते हैं बाबा तरसेम के कातिल

मनोज आर्या, रुद्रपुर, अमृत विचार। गुरुवार को तराई भाबर को दहला देने वाली डेरा प्रमुख बाबा तरसेम की हत्याकांड में शामिल शूटर पंजाब या फिर हरियाणा के नहीं, बल्कि लोकल स्तर के प्रतीत हो रहे है। जारी वीडियो और फोटो में शूटरों का हाल ए हुलिया से आशंका जताई जा सकती है कि शूटर साधारण सिख है। इसके अलावा अक्सर देखा गया है कि अदातन या प्रोफेशनल हत्यारे कभी भी राइफल जैसे हथियारों का प्रयोग नहीं करते है।

गुरुवार की सुबह छह बजे के करीब डेरा प्रमुख बाबा तरसेम की हत्याकांड के तीन घंटे बाद पुलिस द्वारा जारी वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि हत्यारे चप्पल पहने हुए है और उसका हुलिया बिल्कुल साधारण परिवार से प्रतीत हो रहा है। इसके अलावा एक शूटर के पैर में गरम पट्टी भी बंधी हुई है और बाइक के पीछे एक बैग बंधा हुआ है।

इन सभी बातों पर ध्यान दें तो प्रबल आशंका है कि हत्यारे पंजाब व हरियाणा के नहीं है, बल्कि यूपी सीमावर्ती इलाके के हो सकते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि जिस प्रकार बाइक के पीछे बैठे महज एक पगधारे युवक ने 315 बोर नुमा राइफल पकड़ी है और उसी से दो गोलियां मार कर हत्या की।

अक्सर चर्चित या फिर हाईप्रोफाइल हत्याकांड में देखा गया है कि शूटर 32 बोर की दर्रे वाली पिस्टल या रिवाल्वर का इस्तेमाल करते हैं। कभी भी राइफल या बंदूक का इस्तेमाल करते हुए प्रोफेशनल शूटरों को नहीं देखा गया है। वहीं गुरुवार की सुबह जितनी आसानी से धीमी गति में शूटरों ने डेरा परिसर में प्रवेश किया उससे यह भी आशंका जताई जा सकती है कि शूटर इससे पहले भी कई बार डेरा परिसर में आ चुके हैं।

उन्हें सटीक जानकारी थी कि बाबा सुबह के वक्त बाहर बैठकर अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते है और उस वक्त उनके आसपास कोई भी सेवादार नहीं होता है। इन सभी बारीकियों पर गौर करने पर आशंका है कि शूटर बाहरी नहीं, बल्कि सीमावर्ती या फिर लोकल स्तर का हो सकता है।