रामपुर: आजम ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पाले में डाली प्रत्याशी की गेंद, आसिम बोले- चुनाव के बारे में नहीं मिला जवाब 

रामपुर: आजम ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पाले में डाली प्रत्याशी की गेंद, आसिम बोले- चुनाव के बारे में नहीं मिला जवाब 

रामपुर, अमृत विचार: पूर्व मंत्री आजम खां ने रामपुर लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी के नाम की गेंद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पाले में डाल दी है। मंगलवार को शाम सपा कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता में सपा के जिलाध्यक्ष ने पूर्व मंत्री का जारी किया हुआ पत्र मीडियाकर्मियों को सौंपा। इससे पहले सपा के शहराध्यक्ष ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का न्यौता दिया था लेकिन, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। दूसरी ओर आजम खां द्वारा जारी पत्र में कहा साफ तौर पर इस लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया गया है। 

मंगलवार शाम को सपा कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता में शहर अध्यक्ष आसिम राजा ने कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को यहां से चुनाव लड़ने का आफर दिया था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। कहा कि तमाम हालात से निपटने  के लिए हमने  राष्ट्रीय अध्यक्ष  अखिलेश यादव को आफर  देकर रामपुर से चुनाव लड़ने की बात कही थी। लेकिन उनका कोई निर्णय नहीं हुआ है। 

यह वक्त की आवाज थी, अभी तक सबके अपने-अपने मसले रहे हैं। जिस तरह से हालात रामपुर के गुजरे हैं, सपा कार्यकर्ताओं का परेशान किया जा रहा है। उन पर फर्जी मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं। बहुत  लोग अभी तक जेल में हैं जोकि जुल्म का शिकार हैं। उपचुनाव 2022 में लोग प्रशासन का नजारा देख चुके हैं। अभी तक प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। 

इन हालातों में चुनाव में  जाना हमें यह महसूस होता है कि महिलाओं और बुजुर्गो के साथ अभ्रद्रता,जो व्यहवार वोट को रोकने की पुलिस ने जबरदस्ती की। यह  सारी कार्रवाई जो भयानक हुई है यह एक इतिहास बन गया है। दुनिया ने देखा है इसको दोबारा से नहीं  दोहराया जाए। बुजुर्गों की  पगड़ी नहीं उछाली जाए। यहां की महिला वोटर्स को गाली नहीं दी जाए और लोगों पर  जुल्म नहीं हों इसलिए इस लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया गया है। 

सीतापुर जेल से जारी पत्र में आजम खां ने यह लिखा है मजमून
पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां ने जिलाध्यक्ष अजय सागर के माध्यम से जारी पत्र में कहा है कि सब की निगाहें सपा के प्रत्याशी की घोषणा पर लगी हुई हैं। हम पिछले 40-50 वर्ष से चुनाव प्रक्रिया में भागीदार रहे हैं। लेकिन, हमारा उद्देश्य गरीबों, मजदूरों का भविष्य रहा है। कहा है कि आज हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों में जिंदगी के दिन काट रहा है। 

हजारों बेगुनाह लोगों पर झूठे मुकदमें लगाए गए हैं और जेलों में डाला गया है। पुलिस ने रामपुर को जी भरकर लूटा और महिलाओं को अपमानित किया है। पत्र में आजम खां ने कहा कि रामपुर की ऐसी परिस्थितियों के कारण लोकसभा के चुनााव में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। 

कहा है कि हम समझते हैं कि कन्नौज, आजमगढ़, बदायूं, मैनपुरी, ऐटा, फेरोजाबाद महत्वपूर्ण सीटें हैं जिनका जीतना जरूरी है इस सबके बाद रामपुर आता है रामपुर कौन जीतेगा। कहा कि रामपुर के समाजवादी नेताओं, कार्यकर्ताओं को घोर अत्याचार करके कुचला गया फर्जी मुकदमे लगाए और जेल भेजा गया और अब भी अत्याचार जारी है। पिछले दो उप चुनावों में जो हुआ उसे कौन भूल सकता है। 

कहा कि हम जीवन भर झोली फैलाकर नवाबों और बाहुबलियों से लड़कर यहां तक पहुंचे हैं। लेकिन, आज जो हमारे साथ हो रहा है दुनिया देख रही है। रामपुर वालों को दिए गए जख्मों और घावों की जलन और तड़प करने के लिए हमने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रामपुर से चुनाव लड़ने को आमंत्रित किया था। 

नाम नहीं लेते हुए मंडलायुक्त मुरादाबाद आन्जनेय कुमार सिंह पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गया है कि मंडल में एक ही अधिकारी चुनाव आयोग के नियमों के विरुद्ध रह रहा है और उद्देश्य केवल चुनाव हराना ही है। ऐसे माहौल में हम वर्तमान चुनाव का बहिष्कार करते हैं। रामपुर के लोकसभा चुनाव के बारे में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव निर्णय लेंगे।

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