पीलीभीत: पुराने बनवाकर भूल गए जिम्मेदार, शौचालय पर फिर खर्च किए जाएंगे 10 लाख

नगर पालिका शहर में कराएगी पुरुष और महिला दो नए शौचालय

पीलीभीत: पुराने बनवाकर भूल गए जिम्मेदार, शौचालय पर फिर खर्च किए जाएंगे 10 लाख

पीलीभीत, अमृत विचार। शहर में लोगों को सुविधा देने के लिए नगरपालिका की ओर से पूर्व में बनाए गए ई-टॉयलेट और सामुदायिक शौचालय का कोई पुरसाहाल नहीं है। इनको सुचारू कराने पर अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए। देखरेख भी जिम्मेदार भूल गए। नतीजतन ई-टॉयलेट बिना इस्तेमाल ही बदहाल हो गए। अब पुराने का सुधार कराने के बजाय नगर पालिका की दो नए टॉयलेट बनवाएगी। इनका निर्माण करीब दस लाख रुपये से होगा। जिनका अभी तक टेंडर अपलोड नहीं किया गया है। हालांकि पुराने शौचालयों को दुरुस्त कराने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

शहर में लोगों की सुविधा देने के लिए जगह-जगह सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों के साथ गौहनिया चौराहा पर वर्ष 2017 में ई-टॉयलेट बनाया गया था। इसे बनवाने में करीब 8.76 लाख रुपये खर्च किए गए थे। यह ई-टॉयलेट पूरी तरह स्टील बॉडी का बनाया गया था। इसके टैंक में बायो डायजेस्टर लगा हुआ है। टैंक में जो मल जाएगा, वह बाहर पानी बनकर निकलेगा। इसमें सुविधा दी गई थी कि एक रुपये का सिक्का डालने के बाद ही लोग उसका उपयोग कर सकेंगे। 

निर्माण के बाद इसका संचालन कुछ समय तक होता रहा। मगर करीब तीन साल पहले मशीन में तकनीकी कमी आने से यह बंद हो गया। तब से उसको ठीक कराने की किसी ने सुध ही नहीं ली है। हालात ये हैं कि वह धूल और कचरे से पट चुका है। अभी तक इस ई-टॉयलेट को ठीक कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। टनकपुर हाईवे से गुजरने वाले राहगीरों को शौचालय का लाभ नहीं मिल पा रहा। दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा घन्नई ताल के पास एक पिंक शौचालय बनवाया गया। 

उसकी हालत भी जर्जर हो चुकी है। इसी तरह से अन्य स्थानों पर बने शौचालयों का हाल है। ये सिर्फ शोपीस बनकर रह गए। उनको ठीक कराने के बजाए नगरपालिका की ओर से स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत दो और नए पांच सीटर टॉयलेट बनाए जा रहे हैं। जिसके लिए 10 लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है। नगरपालिका की ओर से मिली जानकारी के अनुसार यह टॉयलेट शहर में व्यस्ततम इलाकों में बनाए जाएंगे। इनमें एक टॉयलेट रोडवेज बस स्टैंड के पास और दूसरा माधोटांडा रोड पर बनेगा। भीड़ वाला इलाका होने के कारण जगह चिन्हित की गई है। इन दोनों स्थानों पर पांच-पांच सीटर टॉयलेट बनाए जाएंगे। जिसके टेंडर की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। 

स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो टॉयलेट स्वीकृत हुए हैं। जिन्हें रोडवेज और माधोटांडा रोड पर बनवाया जा रहा है। क्योंकि वहां जरूरत है। शहर में पूर्व में बने अन्य टॉयलेट के संचालन को लेकर भी रणनीति बनाई गई है। ई-टॉयलेट के गेट खराब होने की वजह से उसका संचालन नहीं हो पा रहा है। इसको लेकर कार्यदायी संस्था को पत्र भेजा गया है- डॉ. आस्था अग्रवाल, चेयरमैन नगरपालिका पीलीभीत।

ये भी पढ़ें- Pilibhit: वैनिटी वैन के साथ पीटीआर पहुंचे जर्मनी के दो पर्यटक, अब करेंगे जंगल सफारी

ताजा समाचार