Pilibhit: धरोहर राशि में फर्जीवाड़ा करने पर दो और फर्म ब्लैक लिस्टेड, चीफ इंजीनियर और अधीक्षण अभियंता ने की कार्रवाई
पीलीभीत, अमृत विचार। ई-टेंडरिंग की धरोहर राशि में फर्जीवाड़ा करने पर दो और फर्मों पर गाज गिर गई। शासन के संज्ञान लेने के बाद अधीक्षण अभियंता एवं मुख्य अभियंता ने दोनों फर्मों का ब्लैक लिस्ट कर दिया। इससे पूर्व भी फर्जीवाड़ा करने पर दो फर्म ब्लैक लिस्ट हो चुकी है।
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड इन दिनों फर्जीवाड़े को लेकर खासी चर्चाओं में है। ओवर एस्टीमेट, ई-टेंडरिंग में घपलेबाजी और दागी फर्मों के टेंडर करने को लेकर विभाग की खासी फजीहत हो रही है। पूर्व में विभागीय सांठगांठ कर कुछ ठेकेदारों ने ई-टेंडर में धरोहर राशि जमा करने में फर्जीवाड़ा कर डाला था।
ठेकेदारों ने दस प्रतिशत के बजाए एक प्रतिशत ही धरोहर राशि जमा की और बाद में कूटरचित तरीके से एक प्रतिशत को दस प्रतिशत दर्शाकर प्रहरी पोर्टल पर अपलोड कर दिया। मामला शासन स्तर तक जा पहुंचा। मामले का खुलासा होने के बाद अभियंताओं ने खेल करते हुए पहले तो फर्जीवाड़ा करने वाली एमआई कंट्रक्शन और जीशन कांट्रेक्टर को छह माह के लिए डिबार कर दिया, मगर बाद में मामले को तूल पकड़ता देख दोनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया।
बताते हैं कि उसी दौरान धरोहर राशि में फर्जीवाड़ा करने वाली अन्य फर्मों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए, लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई न कर मामले को दबाने में जुटे रहे। इधर मुख्य सचिव एसपी गोयल द्वारा धरोहर राशि के फर्जीवाड़े मामले में रिपोर्ट मांगी गई थी। मामले को लेकर कहीं कार्रवाई की गाज न गिर जाए, दो अन्य फर्मो को भी आनन फानन में ब्लैक लिस्ट कर दिया। अधीक्षण अभियंता पीलीभीत/बदायूं क्षेत्र बरेली ने धरोहर राशि में फर्जीवाड़ा करने पर आरएस इंटर प्राइजेज और मुख्य अभियंता ने अय्यूब कांट्रेक्टर को ब्लैक लिस्ट का दिया।
धरोहर राशि फर्जीवाड़ा करने के मामले में आरएस इंटरप्राइजेज समेत दो फर्मों को ब्लैक लिस्ट किया गया है। यह कार्रवाई मंडल स्तर से की गई है। - शशांक भार्गव, प्रभारी अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड