CM ममता का आरोप, केंद्र आधार कार्ड निष्क्रिय कर रहा ताकि लोग कल्याणकारी योजनाओं का लाभ न ले पाएं

CM ममता का आरोप, केंद्र आधार कार्ड निष्क्रिय कर रहा ताकि लोग कल्याणकारी योजनाओं का लाभ न ले पाएं

सूरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में लोगों के आधार कार्ड को ‘निष्क्रिय’ कर रही है, ताकि उन्हें उनके बैंक खातों के माध्यम से राज्य सरकार की विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ न मिल सके।

 यहां बीरभूम जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भुगतान करना जारी रखेगी, भले ही किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड न हो। 

बनर्जी ने कहा, ‘‘सावधान रहें, वे (भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र) आधार कार्ड को निष्क्रिय कर रहे हैं। बंगाल के कई जिलों में कई आधार कार्ड निष्क्रिय कर दिए गए हैं ताकि चुनाव से पहले लोगों को बैंकों के माध्यम से भंडार लक्ष्मी योजना और मुफ्त राशन का लाभ न मिल 

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, हम योजनाओं के लाभार्थियों को भुगतान करना जारी रखेंगे, भले ही उनके पास आधार कार्ड न हो। एक भी लाभार्थी प्रभावित नहीं होगा।’’ अपनी उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार की गारंटी की मांग को लेकर हरियाणा, पंजाब में किसानों के आंदोलन का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि बंगाल में किसानों को कोई समस्या नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं किसानों के आंदोलन को सलाम करती हूं। मैं उन पर हुए हमलों की निंदा करती हूं।’’ 

ये भी पढे़ं- निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ शरद पवार की याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा SC

 

ताजा समाचार

रायबरेली : साइकिल की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान
आज नहीं तो कल आतंकवादियों से मिलने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी : संजय निषाद
कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
Unnao: शोभा यात्रा निकालने के साथ गणेश पंडालों में हुई पूजा-अर्चना, नम आंखों से दी गई गजानन महाराज को विदाई
'…खान, आईजी बोल रहा हूं…' जालसाज ने आईपीएस अधिकारी के नाम पर कॉल कर धमकाया, रिपोर्ट दर्ज
Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें