'INDIA Alliance में 7 परिवारवादी पार्टियां, सबका लक्ष्य अपने बेटे-बेटियों को CM बनाना', शाह ने विपक्ष पर साधा निशाना
नई दिल्ली। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि INDIA अलांयस में 7 परिवारवादी पार्टियां, सबका लक्ष्य अपने बेटे-बेटियों को CM बनाना है। इस कार्यक्रम में पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "इनकी(INDIA गठबंधन) राजनीति में उद्देश्य क्या है? PM मोदी आत्मनिर्भर भारत, 2047 के भारत का लक्ष्य रखते हैं। सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल गांधी को PM बनाना, पवार साहब का लक्ष्य बेटी को CM बनाना, ममता दीदी का लक्ष्य भतीजे को CM बनाना, स्टालिन का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, लालू यादव का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, उद्धव ठाकरे का लक्ष्य बेटे को CM बनाना और मुलायम सिंह यादव तो बेटे को CM बनाकर ही गए... जिनका लक्ष्य परिवार के लिए सत्ता हथियाना हो वह क्या गरीब का कल्याण करेगा?"
Speaking at the @BJP4India National Convention, New Delhi.#BJPNationalCouncil2024 https://t.co/vT1w2yBBzY
— Amit Shah (@AmitShah) February 18, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आगामी लोकसभा चुनाव की तुलना महाभारत के युद्ध से की और कहा कि जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) देश के विकास के लिए काम कर रहा है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के तहत ‘इंडी गठबंधन’ परिवारवादी पार्टियों और भ्रष्टाचारियों से भरा पड़ा है। भाजपा के दो दिवसीय अधिवेशन के आखिरी दिन ‘भाजपा: देश की आशा, विपक्ष की हताशा’ प्रस्ताव पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की कड़ी आलोचना की।
उन्होंने इन पार्टियों को चलाने वाले परिवारों की दूसरी, तीसरी और चौथी पीढ़ी की ओर इशारा करते हुए कहा कि विपक्ष में टू-जी, थ्री-जी और फोर-जी पार्टियों की भरमार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए काम किया है और वैश्विक स्तर पर देश का कद बढ़ाया है।
शाह ने कहा कि लोगों के मन में इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं है कि प्रधानमंत्री तीसरी बार सत्ता में लौटेंगे। उन्होंने सोनिया गांधी, शरद पवार, लालू प्रसाद और एम.के. स्टालिन एवं अन्य का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गरीबों और देश के विकास के बारे में सोचते हैं जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता अपने बच्चों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाने के बारे में सोचते हैं।
बैठक में मोदी-मोदी के नारे के बीच उन्होंने कहा कि मोदी के खिलाफ परिवारवादी पार्टियों के सभी ‘राजकुमार’ एक साथ आ गए हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि केवल शक्तिशाली परिवार से ही कोई व्यक्ति इस शीर्ष पद पर आसीन हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ परिवार द्वारा चलाई जाने वाली पार्टियां हैं और दूसरी तरफ गरीब मां का बेटा है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने उन 60 करोड़ गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए काम किया है जो पहले विकास प्रक्रिया से अलग-थलग महसूस करते थे। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल हर चीज का विरोध करते हैं, चाहे वह अनुच्छेद 370 को निरस्त करना हो, तीन तलाक पर प्रतिबंध हो, संशोधित नागरिकता कानून हो या संसद के नए भवन का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राम मंदिर का न्योता ठुकरा दिया।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा में परिवार द्वारा संचालित राजनीति होती तो चाय बेचने वाले का बेटा देश का प्रधानमंत्री नहीं बनता। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी के 10 वर्षों में आज देश विकसित भारत का स्वप्न लेकर आगे बढ़ रहा है। दूर-दूर तक घमंडिया गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है। इस वजह से वो आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज आप सबके माध्यम से भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमें आमने-सामने हैं। एक तरफ मोदी जी के नेतृत्व में राजग है तो दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं राजग राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है।’’
ये भी पढ़ें- ‘सम्मान को ठेस पहुंची है, चुप नहीं बैठेंगे’, मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर असंतुष्ट JMM MLA