पीलीभीत: 40 लाख की डकैती के बाद पश्चिमी यूपी तक अलर्ट, आईजी ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, खेतों में भी चला सर्च अभियान

पूरनपुर/पीलीभीत, अमृत विचार। बंधक बनाकर किराना व्यापारी के परिवार से 40 लाख की डकैती की घटना को अंजाम देने वालों का पुलिस दो दिन बाद भी सुराग नहीं लगा सकी है। हालांकि चार टीमें गैर जनपदों में डेरा डाले हुए हैं। पश्चिम यूपी तक अलर्ट कर दिया गया है।
आईजी डॉ.राकेश सिंह ने भी बरेली से पूरनपुर पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पीड़ित परिवार से मिलकर जल्द खुलासा करने का भरोसा दिलाया। जिले के पुलिस अधिकारियों वार्ता कर प्रगति की जानकारी जुटाई।
घटना नगर से बमुश्किल एक किलोमीटर की दूरी पर रम्पुरा तालुके महारजपुर गांव में हुई थी। बंडा रोड पर किराना व्यापारी सुनील गुप्ता की मकान के निचले हिस्से में दुकान है। मंगलवार रात करीब सवा आठ बजे दुकान बंद करके वह घर पर गए थे कि कुछ मिनट बाद ही पांच डकैत असलहों से लैस होकर आ गए और परिवार को बंधक बनाया। बच्चों को चाकू की नोक पर लेकर मारने की धमकी दी गई।
इसके बाद 15 लाख नकद, जेवर समेत 40 लाख की डकैती की थी। पुलिस डकैती को लूट में बदलवाने का भी प्रयास करती रही थी। बाद में अधिकारी पहुंच और फिर अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कर चार टीमें खुलासे को लगाई। व्यापारी के यहां काम करने वाले नौकरों से पूछताछ की गई। हालांकि कोई खास क्लू न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। गुरुवार को देर शाम मेटल डिटेक्टर मंगवाकर खमरिया पट्टी गांव के पास झाड़ियों में सर्च अभियान चला। डकैतों द्वारा ले जाए गए परिवार के मोबाइलों की अंतिम लोकेशन इसी के आसपास निकली थी। मगर अभी यहां से मोबाइल नहीं मिल सके। बरेली से आईजी डॉ.राकेश सिंह भी आ गए।
एसपी अतुल शर्मा, एएसपी अनिल कुमार यादव, सीओ आलोक सिंह एसओजी की टीम भी साथ रही। आईजी ने घटनास्थल पहुंचकर पहले पीड़ित व्यापारी सुनील गुप्ता से पूरा घटनाक्रम जाना। सवाल किया कि घटना के बाद पुलिस कितनी देर में पहुंची थी। व्यापारी ने बताया कि घटना के बाद कुछ गांव वाले आ गए थे। पहले अपने दोस्त को फोन किया, फिर पालिका चेयरमैन को। उसके बाद पुलिस पहुंची।
घटनास्थल को बारीकी से देखा और घटना जानी। आश्वासन दिया कि जल्द ही खुलासा होगा। बदमाशों ने शाम आठ बजे ही व्यापारी के घर में घुसकर जिस तरह से दहशत फैलाकर डकैती की। वे पूरनपुर नगर की दिशा से होकर भागे थे। ऐसे में पुलिस मुजफ्फरनगर, मेरठ समेत बाहरी गैंग होने का भी अंदेशा जता रही है। जिसके चलते एक तरह से पश्चिमी यूपी तक अलर्ट है। ये पता लगाया जा रहा है कि पश्चिम यूपी का कौन सा गैंग जिले में सक्रिय हो सकता है। संबंधित जनपदों की पुलिस से भी संपर्क साधा है।
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