पीलीभीत: बिना फिटनेस और मेंटिनेंस के दौड़ रहे सरकारी शव वाहन, HSRP प्लेट भी नहीं लगी

पीलीभीत, अमृत विचार। इलाज के दौरान जान गंवाने वाले मरीजों के शवों को घर तक पहुंचाने के लिए चलाए जा रहे सरकारी शव वाहन ही नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। किसी शव वाहन की फिटनेस नहीं है, तो कोई मरम्मत के अभाव में खस्ताहाल हो चुका है।
इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों को कोई सुध नहीं ले रहे हैं। एक शव वाहन की तो छह साल पहले ही फिटनेस खत्म हो चुकी है। फिर भी उनका इस्तेमाल हो रहा है। मेडिकल कॉलेज और सीएमओ के अधीन सीएचसी पीएचसी में इलाज के दौरान मरने वाले मरीजों को घर तक पहुंचाने के लिए दो शव वाहनों का संचालन हो रहा है।
यह वाहन वर्ष 2018 में शासन की ओर से दिए गए थे। दरअसल जिन वाहनों से शव को लेकर जाते हैं, दरअसल उनकी फिटनेस खत्म हो चुकी है। यह वाहन जुलाई 2018 में खरीदा गया था। जिसकी फिटनेस जुलाई 2020 में समाप्त हो चुकी है। देखरेख के अभाव में वाहन कंडम हो चुका है। वहीं दूसरा शव वाहन मेडिकल कॉलेज से संचालित हो रहा है।
ये सात साल पहले खरीदा गया था। वाहन की फिटनेस अक्टूबर 2018 में समाप्त हो चुकी है। जिसका नवीनीकरण नहीं कराया गया है। परिवहन विभाग के एम परिवहन ऐप पर उसकी डिटेल भी दिख रही है। फिटनेस समाप्त होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन वाहनों की फिटनेस तक करना जरुरी नहीं समझा।
ऐसे ही अनफिट वाहनों में शव और पहले से दुखी परिवार को लेकर दौड़ रहे हैं। जो हादसे का कारण बन सकते हैं। ऐसे वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं फिटनेस के साथ ही एचएसआरपी प्लेट भी नहीं लगी है। हांलाकि अफसर इस मामले से अनभज्ञिता जताते नजर आए।
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