भीमताल: अब WII के विशेषज्ञों की दिशा निर्देश में नई कार्ययोजना के तहत बाघ को पकड़ने की कवायद प्रारंभ
भीमताल, अमृत विचार। भीमताल विधान सभा के अन्तर्गत तीन जन को मारने वाले बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग गस्त और सर्च का अभियान तेज किए हुए है वहीं अब डब्लूआईआई के विशेषज्ञों के दिशा निर्देशन में नई कार्ययोजना पर कार्य प्रारंभ किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ वन विभाग के आला अधिकारी पिंजरो के आकार और भार के कारण पिंजरों को लगाने वाले स्थानों में नहीं लगा पा रहे हैं। विभाग ने ताड़ा और प्रभावित क्षेत्र में और सोलर लाइट लगाने की कवायद प्रारंभ कर दी है। वनक्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी ने बताया कि जो दल गस्त कर रहा है। वह ग्रामीणों से सतर्कता बरतने का अनुरोध भी कर रहा है। वहीं बताया कि शीघ्र ही बाघ को पकड़ लिया जाएगा।
ग्राम पंचायत जंगलिया गांव के तोक नौली तथा शिमाला में बाघ के आतंक को देखते हुए ग्रामीणों ने अपने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। वहीं क्षेत्र में बाघ की उपस्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने दूसरे गांव से मिलने आने वाले ग्रामीणों से भी सावधानीपूर्वक गांव में आने का अनुरोध किया है।
ग्रामीणों की माने तो मैदानी क्षेत्र से काफी नजदीक होने के कारण यहां के अधिकांश युवक और युवतियां मैदानी क्षेत्र में रहकर पढ़ाई और नौकरी करती है। ऐसे में उनके अभिभावकों के द्वारा भी उनसे नव वर्ष मनाने के लिए गांव में नहीं आने का अनुरोध किया जा रहा है। गांव की वर्तमान स्थिति को देखते हुए ग्राम प्रधान राधा कुलियाल ने गांव क्षेत्र में कहीं भी बाघ या तेंदुआ दिखाई देने पर 6398 983 922, 7248 727 211़,+919634127784,+919458359620 पर संपर्क करने को कहा है।
बाघ को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरों में अब वन विभाग ने मुर्गे के स्थान पर बकरे बांधने प्रारंभ कर दिए है। पूर्व में वन विभाग के द्वारा पिंजरों में मुर्गे को बांधा जा रहा था। जिसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी थी। ग्रामीणों का कहना था कि मुर्गे को पिंजरे में देखकर बाघ के पिंजरे में फंसने की संभावना कम है। वहीं उन्होने वन विभाग के आला अधिकारियों से मुर्गे की स्थान पर बकरे को बांधने का अनुरोध किया था।