बरेली: डिप्टी सीएम भी मना कर गए, फिर भी डॉक्टर बाहर की लिख रहे दवाएं
शिकायतें मिलने पर जिला अस्पताल की एडीएसआईसी ने डॉक्टरों को दी चेतावनी, बोलीं- मरीजों के आग्रह पर भी न लिखें बाहर की दवाएं, निगरानी कराने की बात कही
बरेली,अमृत विचार : डिप्टी सीएम की मनाही के बाद भी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। जिला अस्पताल में भी ऐसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। हिदायत के बाद भी डॉक्टर बाहर की दवाएं लिखना बंद नहीं कर रहे हैं। हाल में ही कई मामले सामने आने के बाद एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा ने डॉक्टरों को चेतावनी जारी की है।
साफ निर्देश दिए हैं कि यदि बाहर की दवाएं लिखीं तो संबंधित डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसके लिए निगरानी के भी निर्देश दिए हैं।बीते दिनों यहां दौरे पर आए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने भी स्वास्थ्य अफसरों के साथ बैठक कर बाहर की दवाएं किसी भी सूरत में न लिखने का आदेश दिए थे, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। पर्चियों पर बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं।
जबकि दवा किया जा रहा है कि जिला अस्पताल में सभी बीमारियों की दवाएं उपलब्ध हैं, मगर मरीज बाहर से दवाएं लेने के लिए मजबूर हैं। कुछ दिन पहले भी ऐसी शिकायतें एडीएसआईसी के पास पहुंचीं। इस पर शनिवार को उन्होंने डॉक्टरों के साथ बैठक की।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि मना करने के बाद भी अस्पताल से बाहर की दवाएं क्यों लिखी जा रही हैं, जबकि शासन ने भी सख्ती हिदायत दे रखी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई मरीज बाहर की दवाएं लिखने का आग्रह करे, तभी आप ऐसा न करें। यदि दोबारा ऐसी शिकायतें मिलीं तो किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
ये भी पढ़ें - बरेली: नर्सिंग होम के बाहर मिला चार माह का भ्रूण, कुत्तों ने नोचा