वैज्ञानिकों ने विकसित किया जीका वायरस के खिलाफ सुई रहित ‘टीका पैच’ 

वैज्ञानिकों ने विकसित किया जीका वायरस के खिलाफ सुई रहित ‘टीका पैच’ 

वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने मच्छर जनित जीका वायरस के खिलाफ सुई रहित ‘टीका पैच’ विकसित किया है जो लगाने में आसान होगा। ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा विकसित प्रायोगिक टीके ने चूहों में जीका वायरस के प्रति प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न की।

इस टीके से संबंधित विवरण ‘मॉलिक्यूलर थेरेपी न्यूक्लिक एसिड’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। जीका वायरस प्रशांत, दक्षिण पूर्व एशिया, भारत, अफ्रीका और दक्षिण एवं मध्य अमेरिका के लोगों के लिए खतरा है।

फरवरी 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तब अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था जब जीका वायरस लातिन अमेरिका के 40 देशों में फैल गया, जिससे छह महीने की अवधि में 15 लाख से अधिक पुष्ट या संदिग्ध मामले सामने आए। टीका पैच प्रौद्योगिकी के मुख्य लक्ष्यों में से एक है । पैच में पानी में घुलनशील करीब 100 सुइयां होती हैं जिनमें टीका होता है। पैच की मदद से लगाए जाने वाले टीके में ये सुइयां मिनटों में त्वचा के भीतर घुल जाती हैं। 

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