गोरखपुर: प्रधान डाक कर्मियों ने कर्मचारियों की विरोधी नीतियों को लेकर किया प्रदर्शन

गोरखपुर: प्रधान डाक कर्मियों ने कर्मचारियों की विरोधी नीतियों को लेकर किया प्रदर्शन

गोरखपुर, अमृत विचार। कर्मचारियों के साथ हो रहे उत्पीड़न और कर्मचारियों के प्रति सरकार विरोधी नीतियों को लेकर प्रधान डाक घर के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने पुरानी नीतियों को लागू करने और पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की। प्रदेश सरकार एक तरफ जहां सरकारी योजनाओं धरातल पर लाने की …

गोरखपुर, अमृत विचार। कर्मचारियों के साथ हो रहे उत्पीड़न और कर्मचारियों के प्रति सरकार विरोधी नीतियों को लेकर प्रधान डाक घर के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने पुरानी नीतियों को लागू करने और पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की।

प्रदेश सरकार एक तरफ जहां सरकारी योजनाओं धरातल पर लाने की कोशिश कर रही है तो वहीं बीजेपी सरकार की कुछ नीतियों को लेकर सरकार की किरिकरी भी हो रही हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार में उन्हीं के कर्मचारी सरकार की योजनाओं को लेकर विरोध कर रहे हैं और सरकार पर उत्पीड़न का आरोप भी लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी के शहर गोरखपुर के गोलघर स्थित प्रधान डाकघर के कर्मियों ने सरकार की नीतियों को लेकर और कर्मचारियों का हो रहे उत्पीड़न को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।

उन्होंने अपनी बिभिन्न मांगो को लेकर सरकार से मांग भी किया कि इस सरकार में हम तमाम कर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जबकि सरकार अपनी नई नीतियों को भूल कर पुरानी नीति लागू करे पुरानी पेंशन योजना बहाल करें और कर्मियों का उत्पीड़न बंद करें।

प्रधान डाक कर्मी जनार्दन सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के प्रति जो सरकार विरोधियों नीतिया है सरकार जो प्राइवेटिशन कर रहा सरकार के तरफ कर्मचारियों का उत्पीड़िन किया जा रहा है।

सेवानिवृत आयु को 50 से 55 साल किया जा रहा है। कर्मचारियों का पूरी तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है सुबह 7 बजे से कर्मचारियों बुलाया जाता है और कर्मचारियों को टारगेट दिया जा रहा है इतने समय मे कार्यो को पूरा कीजिए नही तो सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा।

शासन प्रशासन के तरफ से कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जाता है। जिसको लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि सरकार तक हमारी आवाज पहुंचे और मांग करते हैं कि पुरानी नीतियों को बहाल किया जाए पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।