हाल ए पुनर्वास विश्वविद्यालय: अधिकारियों की लापरवाही से परेशान छात्र-छात्रायें, समस्याओं का है अंबार, क्या कुलपति से नहीं संभल रही व्यवस्था !

हाल ए पुनर्वास विश्वविद्यालय: अधिकारियों की लापरवाही से परेशान छात्र-छात्रायें, समस्याओं का है अंबार, क्या कुलपति से नहीं संभल रही व्यवस्था !

रविशंकर गुप्ता अमृत विचार : यूपी की राजधानी में स्थापित डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की स्थापना इसी उद्देश्य के साथ की गई थी कि यहां से दिव्यांग छात्र-छात्रायें अपना भविष्य तय करेंगे और अच्छे कैरियर के साथ उड़ान भर सकेंगे। लेकिन उन्हीं छात्रों की समस्याओं को नजर अंदाज किया जाता है। विश्वविद्यालय के हालत ऐसी है कि यहां कुलपति राणाकृष्ण पाल सिंह व्यवस्था संभाले नहीं संभाल नहीं पा रहे हैं ये सीधा आरोप है पीड़ित छात्रों का। कभी शिक्षकों के मामले तो कभी छात्र-छात्राओं के मामलों को लेकर विश्वविद्यालय के भीतर कलह देखने को मिलती रहती है। 

ताजा मामला चीफ प्रॉक्टर से जुड़ा है। विश्वविद्यालय में प्रॉक्टर पर घोर लापरवाही का आरोप है, और छात्र मुखर हैं, उनकी सीधी डिमांड है कि चीफ प्रॉक्टर किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता हैं। इस स्थिति में आराजकता का माहौल है। बीते दिन बवाल के चलते बाहरी लोग घुसे और मारपीट की इस दौरान एक छात्रा का जहां सिर फट गया वहीं दो अन्य छात्रों को भी चोट लगी है। अब सवाल है कि बाहरी लोग इस तरह से यदि हावी होंगे तो यहां की दिव्यांग छात्राओं का क्या होगा? अपनी मांग पर अड़े दिव्यांग छात्र-छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय में उनके लिए मूलभूत सुविधाओं का आभाव है। जब आवाज उठाई जाती है तो आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जाता है। पीड़ित छात्र-छात्राओं का आरोप है कि किसी भी स्तर से जांच करवा ली जाये विश्वविद्यालय की स्थिति के बारे में सच सामने आ जायेगा। 

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शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में गुरुवार का दृश्य जब एक आराजक तत्वों के हमले में एक छात्रा सिर फट गया और दो अन्य छात्र घायल हो गये थे, इस मौके पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी

 

छात्रों की ये हैं समस्यों
- विवि में समय से कक्षाएं न चलना
- विरोध करने पर चिन्हित छात्रों का उत्पीड़न
- खाने की खराब गुणवत्ता
- छात्रावासों में साफ-सफाई नहीं
- खेल के लिए मैदान न मिलना
-  ऑनलाइन कक्षाएं न चलने
- दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के रीडर
-श्रवण बाधित विद्यार्थियों के लिए इंटरप्रेटर
-  ब्रेल की पुस्तकें नहीं मिलती समय से

विद्यार्थियों का आरोप कुलपति नहीं संभाल पा रहे व्यवस्था
विद्यार्थियों का आरोप है कि कुलपति उनकी समस्याएं नहीं सुन रहे हैं न ही विश्वविद्यालय की व्यवस्था को संभाल पा रहे हैं।  ऐसे में उनके पास धरना-प्रदर्शन के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। छात्रों के अनुसार, शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद भी उन्हें प्रताड़ित करने का प्रयास किया जाता है। छात्रों ने ये भी कहा कि इस संबंध में राजभवन तक पत्र लिखा जा चुका है लेकिन कोई समस्या का समाधान नहीं हो सका। राहुल यादव, अंकुर कुमार, तबस्सुम, अर्जुन प्रजापति, विजय शर्मा, पवन मिश्रा, राज भारती, छात्र आशीष जाटव का आरोप है कि विश्वविद्यालय में प्रॉक्टर सहित कुलपति तक का बदला जाना बहुत जरूरी है।

डीएम से दखल देने की मांग
पीड़ित छात्रों का कहना है कि एसडीएम सरोजनीनगर सचिन वर्मा के माध्यम से एक पत्र जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार को भेजा गया है और मांग की गई है कि वहा यहां आयें और देखें कि दिव्यांग छात्र-छात्राओं की क्या स्थिति है। वहीं कुलपति राणा कृष्णापाल सिंह कहते हैं कि छात्र-छात्राओं की समस्याओं का निदान किया जाता है लेकिन कुछ शरारती छात्र माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हैं। 

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