हल्द्वानी: लाइसेंसी असलहे से चली गोली, घायल पर समझौते का दबाव

हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल रोड पर हुए गोली कांड में पता लगा है कि युवक को गोली देसी तमंचे से नहीं बल्कि लाइसेंसी असलहे से मारी गई थी। घटना पूरी तरह साफ भी हो चुकी है, लेकिन तहरीर न मिलने की वजह से पुलिस कार्रवाई से गुरेज कर रही है।
बता दें कि मूलरूप से कोटाबाग निवासी उमेश सिंह बिष्ट (23) नैनीताल रोड पर गुलाटी चिकन वाली गली में किराए पर रहता है। स्मार्ट प्वाइंट के सेल्समैन उमेश को रविवार रात गुलाटी चिकन के पास उस वक्त गोली मारी गई, जब वह देहरादून से लौट रहे अपने भाई को लेने जा रहा था। उमेश फिलहाल राम मूर्ति अस्पताल बरेली में भर्ती है।
उसके बाएं पैर की जांघ में गोली लगी थी। मामले में पुलिस अभी तक सिर्फ तस्करा डाला है। चर्चा है कि गोली मारने वाले ने देसी तमंचा नहीं बल्कि लाइसेंसी असलहे का इस्तेमाल किया था। हालांकि पुलिस अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है। चर्चा है कि गोली मारने वाले के कुछ लोग राम मूर्ति पहुंच गए हैं और पैसे के बल पर समझौते का दबाव बना रहे हैं। भोटियापड़ाव चौकी प्रभारी कुमकुम धानिक का कहना है कि घायल से लगातार तहरीर देने के लिए कहा जा रहा है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
साफ नहीं हुई हत्यारे की सूरत, सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
हल्द्वानी : रामपुर रोड पर धारदार हथियार से हुई हत्या के मामले में अभी तक हत्यारे का चेहरा साफ नहीं हुआ है। बता दें कि बीती 19 नवंबर की देर शाम रामपुर रोड स्थित कत्था फैक्ट्री में रहने वाले अमित कश्यप (38) पुत्र सुमेर कश्यप पर धारदार हथियार से हमला कर दिया गया था। सिर, चेहरे और गर्दन पर लगातार कई वार से अमित की मौत हो गई।
अंधेरे में हुई घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगालने शुरू किए तो एक व्यक्ति भागता नजर आया। तब से पुलिस घटना स्थल व आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है, लेकिन न तो उसका चेहरा साफ हो सका और न ही आलाकत्ल बरामद हुआ। बड़ी बात यह है कि घटना के तीन दिन गुजर जाने के बाद अभी तक मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ।