हरदोई: अपने ही हाथों से बुझा दिया घर का चिराग! रोने पर बाप ने बेटे को डांडे से मारकर उतारा मौत के घाट

हरदोई। सिर्फ रोने की बात पर आग-बबूला हुए बाप ने अपने इकलौते बेटे को इतनी बेरहमी से डंडा मारा कि उसकी मौत हो गई। 7 साल के उस बच्चे की बस इतनी सी खता थी कि वह अपनी दादी के पास जाने के लिए रो रहा था। मामला बघौली थाने के पहाड़पुर मजरा अहिरी का बताया गया है। जांच में जुटी पुलिस हत्यारोपी बाप को हिरासत में ले कर उससे पूछताछ कर रही है।
बताते हैं कि बघौली थाने के पहाड़पुर मजरा अहिरी निवासी योगेन्द्र पुत्र विश्राम राजमिस्त्री है। उसके दो बेटियां चांदनी और सुधा है। 7 साल इकलौता बेटा अनुराग था। जैसा कि बताया गया है रविवार की रात को अनुराग अपने चचेरे भाई सचिन के पास सो रहा था। सोमवार की भोर पहर करीब 5 बजें वह नींद से जागा और दादी के पास जाने की ज़िद करते हुए रोने लगा। योगेन्द्र खेत पर था।
अनुराग के रोने की आवाज़ सुन कर वह इतना आग-बबूला हो गया कि उसने आव देखा न ताव और रो रहे अनुराग के इतनी बेरहमी से डंडा मार दिया कि वह ज़मीन पर गिर पड़ा। आनन-फानन में घर वाले उसे उठा कर अहिरोरी सीएचसी ले गए, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
इसका पता होते ही सारे गांव में हड़कंप मच गया। योगेन्द्र के पिता विश्राम पुत्र कल्लू ने अपने बेटे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। एएसपी पश्चिमी दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया है कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए योगेन्द्र को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
अपने हाथों से बुझा दिया अपने घर का चिराग
अनुराग अपनी 10 साल की बहन चांदनी से छोटा था, उससे छोटी 4 साल की सुधा है। अनुराग इकलौता था,इस लिए वह दादा-दादी का बड़ा लाडला था। दिन-भर खेलने-कूदने के बाद वह कहीं भी होता, लेकिन रात में उसे दादी के पास ही नींद आती थी। रविवार को इत्तेफाक से वह सचिन के पास सो गया था, लेकिन आंख खुलते ही वह दादी के पास जाने की ज़िद करने लगा, लेकिन उसे क्या पता था कि उसका रोना आखिरी रोना होगा, लेकिन उसके घर वाले ज़िंदगी भर रोएंगे और वैसा ही हुआ।
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