लखनऊ: सुहागिनों ने रखा करवाचौथ का व्रत, करवा मैया से मांगी पति की लम्बी उम्र

लखनऊ। करवाचौथ का त्योहार बुधवार को पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सुहागिनों ने पतियों की लम्बी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखा। कार्तिक मास की चतुर्थी को मनाए जाने वाले इस त्योहार का हिन्दू संस्कृति में बड़ा महत्व है। राजधानी में करवाचौथ को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ।
करवाचौथ पर सुहागिनें पति का चेहरा देखने से पहले चन्द्रमा को देखती हैं। दरअसल, चन्द्रमा के रूप में महिलाएं ब्रह्मा की उपासना करती हैं। इस उपासना से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं। उपासना से पति को लम्बी उम्र मिलती है। करवाचौथ का व्रत रखने वाली सुहागिनें शिव और पार्वती के साथ-साथ गणेश, कार्तिकेय और चन्द्रमा की पूजा करती हैं।
सुहागिनों ने बुधवार को करवाचौथ पर निर्जला व्रत रखा और शाम होते ही चन्द्रमा का इंतजार शुरू हो गया। चन्द्रमा का दर्शन किए बगैर व्रत पूरा नहीं होता। रात 8 बजकर 5 मिनट पर चन्द्रमा ने दर्शन दिए तो सुहागिनों ने अर्घ्य देने के बाद चलनी के भीतर से अपने जीवनसाथी को निहारा। पतियों ने पत्नी को जल पिलाकर उनका व्रत पूरा कराया।
सुहागिनों ने करवाचौथ पर सूरज निकलने से पहले स्नान के बाद श्रृंगार किया और शिव-पार्वती का पूजन किया। फल और मिठाई लेने के बाद अपना व्रत शुरू किया। महिलाओं ने दिन में करवाचौथ की कथा सुनी और दिनभर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के साथ-साथ उनकी सलामती की प्रार्थना की।
शाम के समय महिलाएं दुल्हन की तरह से सजकर चांद को अर्घ्य देने के लिए करवा में पूजन सामग्री लेकर घर की छत व अन्य खूले स्थानों पर पहुंचीं और चांद निकलने के बाद पूजा की।
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