रुद्रपुर: मशीन पर काम करते वक्त कटा कर्मचारी का हाथ, जमकर हुआ हंगामा...श्रमिकों ने किया कार्य बहिष्कार

रुद्रपुर: मशीन पर काम करते वक्त कटा कर्मचारी का हाथ, जमकर हुआ हंगामा...श्रमिकों ने किया कार्य बहिष्कार

रुद्रपुर, अमृत विचार। सिडकुल की वैडर ऑटो कंपनी में मशीन में काम करते वक्त एक कर्मचारी का हाथ कटने का मामला सामने आया है। हादसे से गुस्साए कर्मचारियों ने कंपनी में जमकर हंगामा काटा और कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसकी सूचना मिलने पर सिडकुल चौकी प्रभारी पुलिस के मौके पर पहुंचे। जहां श्रमिकों ने घायल को उचित मुआवजा व बेहतर उपचार देने की मांग की। दोनों पक्षों के बीच वार्ता के बाद घायल को नि जि अस्पताल ले जाया गया।

जानकारी के अनुसार मूल रूप से बहादुर गंज बहेड़ी यूपी व हाल निवासी नारायण कॉलोनी निवासी देवेश कुमार सिडकुल की सेक्टर दस स्थित नील मेटल प्रोडक्ट्स लिमिटेड कंपनी में काम करता है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात रोजमर्रा की भांति वह रात्रि ड्यूटी पर कंपनी गया था और मशीन पर कार्य करने लगा।

तभी अचानक डाई मशीन में देवेश का हाथ चला गया और चीख पुकार की आवाज सुनकर सहयोगी कर्मचारी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और मशीन को बंद कर दिया,लेकिन तब तक कर्मचारी का हाथ पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हो चुका था। हादसे की खबर कंपनी परिसर में फैली,तो कर्मचारियों का पारा चढ़ गया और आनन फानन में घायल को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रैफर कर दिया।

बुधवार की सुबह जब हादसे की खबर अन्य कर्मचारियों को हुई,तो कर्मचारियों पुन: हंगामा काटते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया और कंपनी परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि अप्रशिक्षित होने के बाद भी कर्मचारी को द्यातक मशीन पर कार्य करवा गया है।

उन्होंने कंपनी प्रबंधन से घायल को उचित मुआवजा और बेहतर उपचार के साथ ही उसका हाथ लगाने की मांग की,क्योंकि निजी डॉक्टरों के अनुसार घायल कर्मचारी का हाथ शत प्रतिशत क्षतिग्रस्त हो चुका है और हाथ कटाने के सिवाए इसका कोई उपचार नहीं है। दो घंटे चले हंगामे व वार्ता के बाद आखिरकार कंपनी प्रबंधन ने श्रमिकों का गुस्सा शांत किया। जिसके बाद श्रमिक अपने अपने कार्य पर चले गए।

हादसा या साजिश प्रकरण की होगी जांच

रुद्रपुर। सिडकुल की नील मेटल कंपनी में काम करने के दौरान कर्मचारी का हाथ क्षतिग्रस्त होने की घटना हादसा थी या फिर साजिश,क्योकि बताया जा रहा है कि जिस मशीन पर देवेश काम करने गया था। वह प्लांट अभी प्रारंभ नहीं हुआ और मशीनों का सिर्फ प्रशिक्षण चल रहा था। ऐसे में सवाल उठता है कि देवेश हादसे का शिकार हुआ है या फिर किसी ने साजिश के तहत मशीन चालू कर दी होगी। इसके अलावा यह भी आशंका जताई जा रहा है कि मशीन पर कार्य कर रहे किसी अन्य कर्मचारी ने गलती से मशीन को चालू कर दिया हो गा। जिसकी भनक घायल को नहीं हुई और वह हादसे का शिकार हो गया। जिसको लेकर प्रबंधन ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।

कर्मचारियों की सुरक्षा से होता खिलवाड़

रुद्रपुर। मंगलवार की देर शाम हादसे के बाद बुधवार की सुबह जब कर्मचारी हंगामा काट रहे थे। तो कर्मचारियों का आरोप था कि कंपनी प्रबंधन कर्मचारियां की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। यहीं कारण है कि कंपनी में जरा सी चूक होने पर कर्मचारी की जान खतरे में पड़ जाती है। बावजूद इसके सेफ्टी उपकरण के बिना कर्मचारी मशीनों पर काम करने को विवश है। यदि देवेश भी सुरक्षा उपकरण के साथ मशीन पर कार्य करता। तो शायद आज उसका हाथ पूर्णतः क्षतिग्रस्त नहीं होता। इस दौरान कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही बरतने के कई गंभीर आरोप लगाए है।

डाई मशीन में कार्य करते वक्त हादसे के शिकार कर्मचारी देवेश को लेकर कंपनी प्रबंधन गंभीर है और घायल को बेहतर से बेहतर उपचार देने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा कंपनी मुख्यालय से लगातार वार्ता की जा रही है। जल्द ही घायल को उचित मुआवजा के अलावा उसे बेहतर भविष्य को संवारने के प्रयास किए जाएंगे। जल्द ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। फिलहाल कंपनी घायल को बेहतर उपचार देने की दिशा में कार्य कर रही है। इसके अलावा कंपनी में सुरक्षा के सारे इंतजाम है।