बरेली: शरीर में आयरन की मात्रा कम होने से बच्चों में बढ़ रहा एनीमिया

बरेली, अमृत विचार। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) की ओर से रविवार देर रात एक होटल में आयोजित कार्यशाला में दिल्ली से आईं वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अमिता महाजन ने कहा कि अनियमित खानपान, परिजनों की अनदेखी के चलते बच्चों के शरीर में आयरन समेत अन्य तत्वों की कमी के चलते वह एनीमिया से ग्रसित हो रहे हैं।
उन्होंने बच्चों में होने वाली खून की कमी के बारे में अंतरराष्ट्रीय स्तर की नवीनतम जानकारियां एवं चिकित्सा विधियां बरेली के बाल लोग विशेषज्ञों के साथ लेक्चर और प्रश्न उत्तर के माध्यम से साझा की। बताया कि बच्चों में होने वाली खून की कमी (एनीमिया) का सबसे प्रमुख कारण खून में लोह तत्व (आयरन) की कमी है। इससे बचाव के लिए बच्चों को प्रतिदिन के भोजन में हरे पत्तेदार सब्जियां , विभिन्न प्रकार के फल और गुड़ का सेवन करना चाहिए। बच्चों में दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए जंक फूड के सेवन की वजह से एनीमिया की समस्या चिंता का विषय है।
थैलेसीमिया से ग्रसित बच्चों को बार-बार रक्त की आवश्यकता होती है। बार-बार रक्त चढ़ाने की मजबूरी की वजह से रक्त में जो अन्य विकार आते हैं, उसके लिए विशेष किस्म की दवाई लगातार चलानी पड़ती है। वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञों में डॉ. अजय गुप्ता, डॉ. एमएम अग्रवाल, डॉ. हसीन अंसारी, डॉ. जीएस खंडूजा, डॉ. मनीष अग्रवाल, डॉ. हर्षित अग्रवाल, डॉ. गिरीश अग्रवाल, डॉ. अतुल कुमार, डॉ. शिवानी बंसल, डॉ. मोनिका अवस्थी, डॉ. धर्मेंद्र नाथ, डॉ. मोहित अग्रवाल आदि से अपने अनुभव साझा किए। अध्यक्षता आईएपी बरेली के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ. राजेश अग्रवाल ने की।
ये भी पढे़ं- बरेली: एनआरआई कोटा से बीटेक और एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के बहाने 35 लाख ठगे