लखनऊ: शादी से मना किया तो LDA के नायब तहसीलदार से वसूले आठ लाख, गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज
युवती से शादी से मना करने पर मिली धमकी, मांगे 40 लाख रुपये
लखनऊ, अमृत विचार। एलडीए में तैनात नायब तहसीलदार की एक युवती से शादी के लिए बातचीत हुई। युवती के संबंध में नकारात्मक जानकारी सामने आने पर रिश्ता करने से इनकार कर दिया। युवती के परिजन ने बदनाम करने और रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी देकर 40 लाख रुपये की मांगे।
दबाव डालकर आठ लाख रुपये वसूल लिए। एलडीए कार्यालय में घुसकर अराजकता की और सरकारी दस्तावेज भी उठा ले गए। नायब तहसीलदार ने युवती और उसके परिजन के खिलाफ गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण में तैनात नायब तहसीलदार ज्ञानेंद्र प्रताप शुक्ला की गीतापल्ली निवासी अपूर्वा बाजपेई से शादी के लिए एक वर्ष पूर्व बातचीत हुई थी। ज्ञानेंद्र ने युवती और उसके परिवार के बारे में जानकारी हासिल की। इसमें नकारात्मक बातें सामने आईं, इसके कई प्रमाण भी उनको मिले। इससे उन्होंने शादी करने से मना कर दिया। आरोप है कि युवती के परिवार वाले दबाव बनाने लगे और ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी देकर 40 लाख रुपये मांगे। 11 मार्च 2024 को दोनों पक्षों में समझौता हुआ। इसमें युवती के परिवार की ओर से दिए गए उपहार वापस किए। आरोप है कि 7 लाख रुपये नकद और 91 हजार रुपये यूपीआई के जरिये वसूले। ये रकम ज्ञानेंद्र ने पैतृक खेत बेंचकर दिए। युवती पक्ष 40 लाख रुपये देने का दबाव डाल रहा है। ज्ञानेंद्र ने गोमतीनगर थाने में तहरीर दी।
जिसमें अमोल बाजपेई, संध्या बाजपेई, अपूर्वा बाजपेई, रामकुमार बाजपेई व अन्य पर रंगदारी वसूलने, फर्जी इंट्री करने, एलडीए परिसर में अराजकता फैलाने और सरकारी दस्तावेज चोरी करने का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर राजेश त्रिपाठी के मुताबिक तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। एलडीए परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
बदनाम करने के लिए बांटे पर्चे
ज्ञानेंद्र के मुताबिक उनको व परिजन को बदनाम करने के लिए युवती के परिवार के लोगों ने पर्चे छपवाकर बांटे। रिश्तेदारों और कार्यालय के सहयोगियों को भी पर्चे दिए गए। 24 मार्च को युवती का भाई अमोल बाजपेई कुछ अज्ञात लोगों के साथ आगंतुक रजिस्टर में फर्जी ब्यौरा दर्ज कर एलडीए परिसर में घुस गया। शासकीय भवन में पहुंचकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की। पर्चे भी फेंके। कार्यालय में कई महत्वपूर्ण फाइलें भी उठा ले गए। अमोल और उसके साथियों की करतूत सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
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