बरेली: कार्यदायी संस्था की लापरवाही, अंधाधुंध खुदाई से टूटी पानी की पाइपलाइन
शुक्रवार देर रात का मामला, शनिवार भोर में जानकारी लगते ही दुकान पहुंचे व्यापारियों के उड़े होश

बरेली, अमृत विचार। कुतुबखाना पुल निर्माण की वजह से व्यापारियों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही है। शुक्रवार देर रात कोतवाली के पास दुकानों के आगे नाला बनाने को चल रही सड़क की खुदाई से जलापूर्ति की लाइन फट गई।
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इसके बाद पानी सड़क पर आ गया और आसपास के इलाकों की सप्लाई बाधित हो गई। यही नहीं कपड़ा, दवा समेत कई दुकानों में पानी भरने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। शनिवार भोर में स्थानीय लोगों की सूचना पर दुकानदारों ने किसी तरह शटर खोलकर सामान बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर रखा।
कार्यदायी संस्था की लापरवाही से पहले भी कई बार जिला अस्पताल रोड पर खुदाई के दौरान पाइप लाइन टूटने से दुकानदारों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। दरअसल, कोतवाली से घंटाघर तक कुतुबखाना पुल का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह तैयार हो चुका है।
पुल के नीचे सर्विस लेन और रोड की दोनों तरफ नाला बनाने का काम चल रहा है। दुकानदार राजेंद्र, विन्नी आदि ने बताया कि शुक्रवार देर रात किसी समय जेसीबी से दुकानों के आगे नाला बनाने को खुदाई शुरू कर दी गई। इसी दौरान पाइप लाइन टूट गई। जिससे जिला पंचायत, घंटाघर, पुराना रोडवेज, कुतुबखाना रोड के आसपास के तमाम इलाकों में जल आपूर्ति ठप हो गई।
सुबह लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ ही देर में घटनाक्रम का पता चलने पर दुकानदार पहुंचे और जल निगम को सूचना दी। इसके बाद कर्मचारी को भेज टूटी लाइन को ठीक कराया जा सका। लोगों का कहना है कि यह सब कार्यदायी संस्था की अनदेखी और जेसीबी चालक की लापरवाही से हुआ है। इतना सब कुछ होने के बाद ठेकेदार अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है।
कारोबारियों का हुआ भारी नुकसान
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि उनकी मौजूदगी न होने पर रात में दुकानों के आगे बेतरतीब तरीके से खुदाई की गई। इससे कई दुकानों के फर्श की टाइल्स तक टूट गई। पाइप लाइन फटने के बाद दुकानों पर दो से तीन फीट पानी भर गया। सुबह किसी तरह दुकान खोलने के बाद कपड़े निकाली उन्हें धूप में सुखाया गया।
सबसे अधिक नुकसान दो दवा विक्रेताओं का हुआ। दवाईयों के कई कार्टून भीग गए। इसके अलावा दवाओं के डिब्बे भीगने से गोलियां खराब हो गईं। अकेले दवा कारोबारियों का आठ से दस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। त्योहारी सीजन में दिवाला निकल गया है।
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